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पुलिस (Police) को इन दो लोगों की सूचना एक पड़ोसी ने दी थी.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। इंडोनेशिया (Indonesia) के रूढ़िवादी आचे प्रांत में दो लोगों को सार्वजनिक रूप से यौन संबंध रखने के लिए इस्लामिक धार्मिक पुलिस ने गुरुवार को भीड़ के सामने 77 डंडे मारे. पुलिस (Police) को इन दो लोगों की सूचना एक पड़ोसी ने दी थी. आपको बता दें कि आचे को छोड़कर होमोसेक्शुअलिटी (Homosexuality) इंडोनेशिया में अवैध नहीं है लेकिन बीते सालों में देश का लो प्रोफाइल LGBT समुदाय घेरे में रहा है.
बांदा आचे के तमंसारी सिटी पार्क में दर्जनों की भीड़ के सामने ये सजा दी गई. इंडोनेशिया में आचे ही एक ऐसा शहर है जहां शरिया कानून का पालन किया जाता है. यह तीसरी बार है जब यहां पुलिस ने होमोसेक्शुअलिटी के लिए लोगों की पिटाई की. सरकार ने लंबे समय से चल रहे अलगाववादी विद्रोह को खत्म करने के लिए रियायत के रूप में 2015 में इस्लामी कानून को लागू किया गया था.
शारीरिक संबंध बनाते हुए गिरफ्तार
धार्मिक पुलिस ने 27 और 29 साल के दो लोगों को पीठ पर डंडे मारे. पुलिसकर्मी 40 डंडों के बाद एक-दूसरे को राहत देते थे. संदिग्ध पाए जाने के बाद दोनों को नवंबर में गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने उनके कमरे में छापा मारा, जहां वो शारीरिक संबंध बनाते हुए पाए गए. आचे की शरिया पुलिस चीफ हेरु त्रिपिजनार्को ने इसकी जानकारी दी.
किन 'गलतियों' के लिए सजा का प्रावधान?
एक शरिया अदालत ने पिछले महीने दोनों को 80 डंडों की सजा सुनाई थी लेकिन जेल में बिताए गए समय के लिए एक छूट के रूप में उन्हें 77 डंडों की ही सजा दी गई. इसके अलावा चार लोगों को शादी के बाद अफेयर और शराब पीने के लिए 40-40 डंडों की सजा दी गई.
एक शरिया कोड के मुताबिक समलैंगिक संबंधों सहित दूसरे नैतिक अपराधों के लिए 100 कोड़े तक की अनुमति है. एडल्टेरी, जुआ, शराब पीना और महिलाओं के लिए टाइट कपड़े पहनना और पुरुषों के लिए शुक्रवार की नमाज छोड़ने के लिए भी ऐसी सजा का प्रावधान है.
पुरुष नर्स और कोरोना मरीज के बीच संबंध
इससे पहले इंडोनेशिया में समलैंगिक संबंधों का एक बेहद अजीबो-गरीब मामला सामने आया था, जब एक पुरुष नर्स ने एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति से शारीरिक संबंध बनाने के लिए अपनी पीपीई किट तक उतार दी. मामला पुलिस तक पहुंचा तो पुरुष नर्स ने इस बात को स्वीकार किया, जिसके बाद उसे सस्पेंड कर दिया गया था. इंडोनेशिया के नेशनल नर्सेज एसोसिएशन एसेप गनवान ने भी स्वीकार किया था कि पुरुष नर्स और कोरोना पॉजिटिव विस्मा एटलेट के बीच समलैंगिक संबंध थे.
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