पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि उन्होंने सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के उत्तराधिकारी की नियुक्ति के अपने पूर्ववर्ती इमरान खान के प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया है। तीन साल का कार्यकाल विस्तार पाए 61 वर्षीय बाजवा 29 नवंबर को सेवानिवृत्त होने वाले हैं। बाजवा को 2016 में नियुक्त किया गया था, लेकिन तीन साल के कार्यकाल के बाद 2019 में इमरान खान के नेतृत्व वाली तत्कालीन सरकार ने उनकी सेवा को और तीन साल के लिए बढ़ा दिया था।
जल्द आम चुनाव कराने की मांग दोहराते हुए सितंबर में पूर्व प्रधानमंत्री खान ने कहा था कि जनरल बाजवा को नई सरकार चुने जाने तक एक और सेवा विस्तार दिया जाना चाहिए। 'एक्सप्रेस ट्रिब्यून' अखबार की रविवार की खबर के मुताबिक, शनिवार को कई व्लॉगर से बातचीत के दौरान शहबाज ने कहा कि खान ने दो मुद्दों को हल करने के लिए करीब महीने भर पहले एक पारस्परिक कारोबारी मित्र के जरिये सरकार से बातचीत की पेशकश की थी, जिनमें से एक सेना प्रमुख की नियुक्ति और दूसरा समय से पहले चुनाव कराने से संबंधित था।
प्रधानमंत्री शरीफ ने कहा, ''इमरान ने सुझाव दिया था कि सेना प्रमुख के पद के लिए हम उन्हें तीन नाम दें और वह तीन नाम देंगे और फिर हम उन छह नामों में से एक को नया सेना प्रमुख नियुक्त करने पर निर्णय लेते हैं।'' उन्होंने कहा, ''यदि दोनों सूचियों में कोई एक नाम समान रूप से है, तो हम इस पर सहमत होंगे। मैंने इमरान खान के इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया।'' शहबाज ने कहा कि उन्होंने एक संदेश भेजा है कि सेना प्रमुख की नियुक्ति एक संवैधानिक कर्तव्य है, जिसे प्रधानमंत्री को निभाना होगा।