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तेल की कीमतें कम करे शहबाज सरकार, नहीं तो भुगतने होंगे गंभीर परिणाम : साद हुसैन रिजवी

Teja
18 Feb 2023 1:59 PM GMT
तेल की कीमतें कम करे शहबाज सरकार, नहीं तो भुगतने होंगे गंभीर परिणाम : साद हुसैन रिजवी
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इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने आईएमएफ की शर्तों को मानने के लिए पेट्रोल की कीमतों में हाल ही में बढ़ोतरी की है, लेकिन इस मुद्दे पर शहबाज शरीफ अपने ही घर में घिर गए हैं। तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) पार्टी प्रमुख साद हुसैन रिजवी ने शहबाज शरीफ सरकार को चेतावनी दी है कि 72 घंटे में यदि तेल की कीमतें बढ़ाने का फैसला नहीं तो उन्हें इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।पाकिस्तान सरकार ने बुधवार को पेट्रोल की कीमतों में 22.20 रुपए और डीजल में 17.20 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है। मौलाना साद वही हैं, जिन्होंने कुछ दिनों पहले कहा था कि पाकिस्तान को दुनिया में एक हाथ में परमाणु बम लेकर कर्ज मांगना चाहिए।
ताजा बढ़ोतरी के बाद पाकिस्तान में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अपने रेकॉर्ड स्तर पर पहुंच गईं है। शुक्रवार को लाहौर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान टीएलपी प्रमुख साद हुसैन रिजवी ने कहा कि अगर सरकार कीमतों को वापस नहीं लेती तो टीएलपी वह करेगी, जिसके लिए वह जानी जाती है। मौलाना साद विरोध प्रदर्शन का संदर्भ दे रहे थे, जो पहले भी टीएलपी की ओर से पाकिस्तान में किया गया था। रिजवी ने कहा मैं सरकार को 72 घंटे का अल्टीमेटम देता हूं कि पेट्रोल की बढ़ी कीमतों को वापस लो। मौलाना साद ने कहा कि पाकिस्तान 75 साल में 23वीं बार आईएमएफ के सामने लोन की भीख मांग रहा है।
उन्होंने कहा पाकिस्तान का कर्ज एक साल में ही 23 फीसदी बढ़ गया है। मौलाना साद ने यह भी दावा किया कि आईएमएफ पाकिस्तान के परमाणु अड्डों का भी दौरा करने वाली हैं। उन्होंने कहा पाकिस्तान के गरीब लोगों को इस हद तक निचोड़ लिया गया है कि वह विरोध के बारे में सोच भी नहीं सकता। साद रिजवी ने कहा सरकार को अपने मंत्रियों और सलाहकारों की सेना को कम खर्च करने की सलाह देनी चाहिए।साद रिजवी ने मांग की है कि राजनेताओं और सरकारी अधिकारी को दिया जाना वाला पेट्रोल तुरंत बंद किया जाना चाहिए, क्योंकि हर रोज वे लाखों लीटर तेल इस्तेमाल में ले रहे हैं। मौलाना साद ने कहा ये अपनी अय्याशियां कम करने के बजाय बोझ कौम पर डाल रहे हैं। पेट्रोल की कीमत इन्होंने फिर बढ़ाई है। हम आपको 72 घंटे का अल्टीमेटम दे रहे हैं। अगर पेट्रोल की बढ़ी कीमत वापस नहीं हुई तो हम वह करने को मजबूर हो जाएंगे, जिसके लिए टीएलपी को जाना जाता है। मौलाना साद का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब उनकी आलोचना हो रही थी कि वह शहबाज शरीफ सरकार के खिलाफ नहीं बोल रहे हैं।
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