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केन्या में भयंकर सूखा! इन तस्वीरों ने लोगों का दिल दुखा दिया
jantaserishta.com
15 Dec 2021 5:27 AM GMT
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नई दिल्ली: केन्या गंभीर सूखे की स्थिति से गुजर रहा है. देश में सूखे का असर वहां के जिराफों पर भी पड़ा है. भूख-प्यास से मृत पड़े कुछ जिराफों की दिल दहला देने वाली तस्वीरें सामने आईं हैं. जिन तस्वीरों को इंटरनेट पर शेयर किया जा रहा है, उसमें केन्या के उत्तर-पूर्वी शहर वजीर में साबुली वन्यजीव अभ्यारण्य के अंदर छह जिराफ मृत पड़े हुए हैं.
ये तस्वीर भोजन और पानी की कमी से कमजोर हुए जिराफों के मरने के बाद ली गई हैं. बताया जा रहा है कि जिराफ पास के लगभग सूखे जलाशय से पानी पीने की कोशिश कर रहे थे. इसी दौरान वो कीचड़ में फंस गए जिससे उनकी मौत हो गई. वहां से उनके शवों को एक अलग स्थान पर ले जाया गया जहां तस्वीरें ली गईं. जलाशय के पानी को दूषित होने से बचाने के लिए शवों को वहां से हटा दिया गया है.
The #ClimateCrisis is actually a #ClimateEmergency already!!
— Randeep Hooda (@RandeepHooda) December 14, 2021
A family of Giraffes perished in the ongoing drought in Kenya 🙏🏽 pic.twitter.com/1YFk82iie9
एक अन्य तस्वीर में आइरिब गांव के सहायक प्रमुख अब्दी करीम को छह जिराफों के शवों को देखते हुए दिखाया गया है. ये इलाका साबुली वन्यजीव संरक्षण में आइरिब गांव के बाहरी इलाके में स्थित हैं. ये तस्वीर 10 दिसंबर को ली गई थी.
अलजजीरा के मुताबिक, सितंबर से केन्या के उत्तरी हिस्से में सामान्य से 30 प्रतिशत कम बारिश हुई है और इसी कारण से ये इलाका गंभीर सूखे की मार झेल रहा है. बारिश की कमी का इलाके के वन्यजीव पर बेहद बुरा हुआ है. इलाके में जंगली जानवरों के खाने-पीने की कमी हो गई है. पशु पालने वाले किसानों की आजीविका पर भी इस सूखे का बेहद प्रतिकूल असर हुआ है.
केन्या की समाचार वेबसाइट 'द स्टार' को बोर-अल्गी जिराफ अभयारण्य के इब्राहिम अली ने बताया कि इस सूखे का खतरा सबसे ज्यादा जंगली जानवरों को है. उन्होंने कहा कि पालतू जानवरों की देखभाल जा रही थी, लेकिन वन्यजीवों की नहीं, और अब इसलिए वो पीड़ित हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि नदी के किनारे खेती की जा रही है जिसने जिराफों को पानी तक पहुंचने से रोक दिया है. इससे स्थिति और खराब हो गई है. 'द स्टार' की रिपोर्ट के मुताबिक, सूखे से 4,000 जिराफों के मारे जाने का खतरा है.
केन्या में सूखे का असर केवल जानवरों पर ही नहीं बल्कि वहां के लोगों पर भी हो रहा है. देश के सूखा प्रबंधन प्राधिकरण ने सितंबर में चेतावनी दी थी कि देश में गंभीर सूखे के कारण लगभग 21 लाख केन्याई भुखमरी का सामना कर रहे हैं. राष्ट्रपति उहुरू केन्याटा ने सितंबर में ही सूखे को राष्ट्रीय आपदा घोषित कर दिया था.
मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि 29 लाख लोगों को अभी भी मानवीय सहायता की तत्काल आवश्यकता है. केन्या के कुछ इलाकों में हाल के दशकों में सबसे कम बारिश दर्ज की गई है. इस बीच, केन्या के राष्ट्रीय सूखा प्रबंधन प्राधिकरण ने पिछले हफ्ते सूखे से प्रभावित 25 लाख लोगों के लिए एक आपातकालीन राहत कैश ट्रांसफर प्रोग्राम की घोषणा की है.
तस्वीर- Getty Images
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