पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वां के करक जिले में एक हिन्दू मंदिर में बुधवार को आग लगाने के साथ तोड़फोड़ की गई थी. इसे लेकर इमरान खान सरकार की आलोचना हो रही है. इमरान खान भारत में अल्पसंख्यकों को लेकर मोदी सरकार पर हमलावर रहते हैं और पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को बराबरी का हक देने की बात करते हैं. लेकिन उनकी सरकार में अल्पसंख्यक इस्लामिक कट्टरपंथियों के निशाने पर हैं.
मंदिर में आग लगाने और तोड़फोड़ का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. लोग पूछने लगे कि क्या इमरान खान का यही नया पाकिस्तान है. पाकिस्तानी अखबार डॉन के अनुसार, इस मामले में अब तक 26 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. कुल 350 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है जिसमें जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम के स्थानीय नेता रहमत खटक का नाम भी शामिल है.
Pakistan supreme court takes notice of burning of shrine of Hindu saint; matter to be taken up on 5th January. pic.twitter.com/ycVDyAibdq
— Sidhant Sibal (@sidhant) December 31, 2020
Acc to distt administration FIR registered and further action being taken. https://t.co/DQtE1on2WQ
— Shireen Mazari (@ShireenMazari1) December 30, 2020
خیبر پختونخواہ ضلع کرک میں مندر کو نقصان پہنچانے کی کوشش پاکستان کے مذھبی ھم اھنگی کے خلاف سازش اور ناقابل برداشت ھے ! اس طرح کے رویے دین اسلام کی حقیقی تعلیمات کے خلاف ھیں ۔اقلیتوں کی مذھبی آزادی کا تحفظ ھماری دینی، آئینی ، اخلاقی اور قومی ذمہ داری ھے
— pir noorulhaq qadri (@NoorulhaqPir) December 31, 2020