पूर्व पीएम इमरान खान के मार्च से पहले इस्लामाबाद में धारा 144 लागू
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के 'हकीकी आजादी मार्च' को देखते हुए इस्लामाबाद में धारा 144 लागू कर दी गई है. पाकिस्तान के कानून की ये धारा लोगों को सभा की इजाजत नहीं देती है. इमरान के लॉन्ग मार्च को लेकर सरकार की ओर से पीटीआई नेतृत्व के साथ बातचीत के लिए गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह के नेतृत्व में एक कमेटी भी बनाई गई है. लॉन्ग मार्च के इस्लामाबाद पहुंचने पर यह कमेटी पीटीआई नेतृत्व के साथ बातचीत करेगी.
इसके साथ ही इस्लामाबाद पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में होटल, गेस्ट हाउस को निर्देश दिया है कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के लंबे मार्च में शामिल लोगों को आवास न दें. इन आदेशों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान का इस साल ये दूसरा मार्च है. इससे पहले उन्होंने मई में भी ऐसा मार्च निकाला था. माना जा रहा है कि मार्च में जनसमर्थन दिखाकर वे पाकिस्तान में जल्द आम चुनाव के लिए प्रशासन पर दबाव डालना चाहते हैं. उधर, इमरान खान के इस मार्च को देखते हुए पुलिस ने 13000 अफसरों को तैनात किया गया है. इमरान खान की पार्टी पीटीआई का दावा है कि यह मार्च शांतिपूर्ण होगा और तय रास्तों से ही गुजरेगा. इस मार्च को लेकर पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि अगर प्रदर्शनकारियों ने कानून को तोड़ा तो उनपर सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रदर्शन को लेकर सुप्रीम कोर्ट का आदेश साफ है. यदि प्रदर्शनकारी कानून का पालन करते हैं, तो हम उन्हें सुविधा प्रदान करेंगे. पीटीआई के नेता मुहम्मद खान ने कहा कि उनका मार्च शांतिपूर्ण होगा. उन्होंने कहा कि हम खतरों के बावजूद अपने राजनीतिक आंदोलन को शांतिपूर्ण रखेंगे. हालांकि, उन्होंने कहा कि सरकार को आखिर में चुनाव की तारीख की घोषणा करनी होगी.
PML-Q के नेता गुजरात प्रांत में इमरान खान के मार्च में शामिल होंगे. हालांकि, पार्टी ने अभी तक अपने स्थानीय नेताओं को मार्च में भाग लेने के संबंध में निर्देश जारी नहीं किया है. सूत्रों के मुताबिक, PML-Q नेता मूनिस इलाही इमरान खान के वाहन पर सवार होकर ही मार्च में शामिल होंगे. इस्लामाबाद पुलिस ने पीटीआई के मार्च को देखते हुए अपने अफसरों को एडवाइजरी जारी की है. अफसरों से कहा गया है कि आगे तैनात अफसरों को एंटी राइट गियर पहनना होगा. इसी तरह से पुलिस अफसरों से कहा गया है कि वे हथियारों के साथ तैनात नहीं होंगे, उनके पास सिर्फ डंडे होंगे. इतना ही नहीं प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले न दागने के लिए कहा गया है.