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आठ वर्षों से यूक्रेनी सेना से लड़ रहे हैं और दो स्वतंत्र गणराज्यों की घोषणा की है जिन्हें रूस द्वारा मान्यता दी गई है.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि पूर्वी यूक्रेन में रूस के आक्रमण ने इस युद्ध को अनिवार्य रूप से अधिक ''हिंसक, रक्तरंजित और विध्वंसकारी'' बना दिया है. गुतारेस ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए बृहस्पतिवार से शुरू होने वाले और 24 अप्रैल ईस्टर रविवार तक चलने वाले चार दिवसीय पवित्र सप्ताह में आक्रमण पर मानवीय आधार पर रोक की मांग की ताकि मानवीय गलियारे खोले जा सकें.
उन्होंने इस बात पर निराशा व्यक्त की कि यूक्रेन में युद्धविराम के लिए कई पक्षों द्वारा किए गए प्रयास विफल रहे हैं. गुतारेस ने कहा, ''चार दिन की ईस्टर अवधि लोगों की जिंदगियां बचाने के लिए एकजुट होने और यू्क्रेन की पीड़ा समाप्त करने के लिए बातचीत बढ़ाने के लिहाज से होनी चाहिए.''
पूर्वी यूक्रेन पर नियंत्रण के लिये रूस ने तेज किए हमले
यूक्रेन के पूर्वी औद्योगिक क्षेत्र पर नियंत्रण के लिए रूस ने अपने हमले तेज कर दिए हैं जिसके तहत सैकड़ों किलोमीटर लंबे मोर्चे के तहत आने वाले शहरों और कस्बों को निशाना बनाया जा रहा है और दोनों ही पक्षों ने इसे युद्ध का एक नया चरण बताया है. यूक्रेन की राजधानी पर कब्जे के रूसी प्रयासों को लगे झटके के बाद क्रेमलिन ने घोषणा की कि उसका मुख्य लक्ष्य पूर्वी डोनबास क्षेत्र पर कब्जा करना है.
यदि अभियान सफल होता है तो यह आक्रमण राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को यूक्रेन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा और एक बेहद जरूरी जीत देगा, जिसे वो युद्ध में बढ़ते हताहतों की संख्या और पश्चिमी प्रतिबंधों के कारण लोगों को हो रही मुश्किलों के बीच उसे लोगों को समर्पित कर सकते हैं.
हाल के हफ्तों में, कीव से पीछे हटने वाले रूसी बलों ने डोनबास में एक चौतरफा हमले की तैयारी में खुद को फिर से संगठित किया है. यहां मास्को समर्थित अलगाववादी पिछले आठ वर्षों से यूक्रेनी सेना से लड़ रहे हैं और दो स्वतंत्र गणराज्यों की घोषणा की है जिन्हें रूस द्वारा मान्यता दी गई है.
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