x
सबसे बढ़कर लोगों का तेजी से टीकाकरण करने के लिए जरूरी वैक्सीन भी हमारे पास नहीं है।
बायोकान की संस्थापक किरण मजूमदार शा ने कहा है कि भारत में कोरोना की दूसरी लहर सुनामी जैसी है। उन्होंने कोरोना वायरस के मामलों में अप्रत्याशित बढ़ोतरी के लिए हालिया विधानसभा चुनावों और धार्मिक उत्सवों को जिम्मेदार ठहराया। भारत इस समय कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर का सामना कर रहा है। इसके तहत पिछले कई दिनों से तीन लाख से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। अस्पतालों में मारामारी है और मरीजों को बेड और आक्सीजन की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है।
वन शेयर वर्ल्ड द्वारा आयोजित एक ऑनलाइन परिचर्चा में शा ने कहा, भारत में कोरोना की दूसरी लहर सुनामी की तरह आई है। दुख की बात है कि इसने हमारे देश के किसी भी हिस्से को नहीं बख्शा है। इस बार शहरी और ग्रामीण दोनों इलाकों से मामले सामने आ रहे हैं। इसका कारण है कि हमने कई राज्यों में चुनाव करवाए और इस दौरान कई धार्मिक त्योहार आए। इसने वास्तव में स्थिति को गंभीर बना दिया है। बताते चलें कि बंगाल, तमिलनाडु, केरल, असम और पुडुचेरी में हाल में चुनाव कराए गए। इसके अलावा हरिद्वार में इसी दौरान कुंभ का आयोजन भी किया गया।
शा ने कहा, अस्पताल में आक्सीजन और बेड की भारी मांग है। जिस हिसाब से संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं, उसका प्रबंधन करने के लिए हमारे पास पर्याप्त मानव संसाधन नहीं है। इस महामारी से निपटने के लिए हमारे पास पर्याप्त चिकित्सा सामग्री भी नहीं है। सबसे बढ़कर लोगों का तेजी से टीकाकरण करने के लिए जरूरी वैक्सीन भी हमारे पास नहीं है।
Next Story