विश्व
अफगानिस्तान के काबुल में दो दिन के भीतर दूसरा बड़ा धमाका, एक महिला की मौत व तीन घायल
Rounak Dey
1 May 2022 5:40 AM GMT
![Second major explosion in Kabul, Afghanistan within two days, one woman killed and three injured Second major explosion in Kabul, Afghanistan within two days, one woman killed and three injured](https://jantaserishta.com/h-upload/2022/05/01/1612564--.webp)
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एक अंतरिम सरकार की स्थापना की। तब से देश आर्थिक संकट और भोजन की कमी के साथ मानवीय संकट का सामना
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बीते 48घंटों के दौरान दो बम विस्फोटों की वारदात को अंजाम दिया गया है। काबुल में शनिवार को हुए विस्फोट में एक महिला के मारे जाने की खबर है। वहीं तीन अन्य लोग घायल हुए हैं, देश में ईद के त्यौहार से पहले सिलसिलेवार धमाकों की वारदातों ने जश्न के माहौल को मातम में बदल दिया है। बताया जा रहा है कि शनिवार को काबुल में चुंबकीय बम का इस्तेमाल करके धमाके को अंजाम दिया गया।
चुंबकीय बम का इस्तेमाल कर किया धमाका
अफगान पुलिस प्रवक्ता खालिद जादरान ने ट्वीट कर बताया कि, काबुल में चुंबकीय बम का इस्तेमाल कर किए गए धमाके में एक महिला की मौत हुई है और तीन अन्य लोग घायल हुए हैं। धमाके के बाद मौके पर पहुंचे सुरक्षा अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है। गौरतलब है कि पिछले कुछ हफ्तों के दौरान अफगानिस्तान में हुई धमाकों की श्रृंखला ने पूरे देश को हिला दिया है। शुक्रवार को ही जुमे की नमाज के बाद मस्जिद में धमाके को अंजाम दिया गया था। जिसमें करीब 10 लोग मारे गए थे और कई अन्य घायल हुए थे। वहीं मजार-ए-शरीफ में गुरुवार को बल्ख प्रांत में दो विस्फोट हुए, जिसमें कम से कम 9 लोगों की मौत हो गई और 13 घायल हो गए। एक धमाका एक शैक्षणिक संस्थान के पास किया गया, जबकि दूसरा धमाका एक वाहन में किया गया। इस्लामिक स्टेट आतंकवादी समूह ने दोहरे विस्फोटों की जिम्मेदारी ली है।
अफगानिस्तान पर है तालिबान का जबरन कब्जा
अफगानिस्तान में तालिबान द्वारा सत्ता कब्जा करने के बाद से सुरक्षा व्यवस्था कमजोर हुई है। जिसको विश्व समुदाय से उसे भारी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। आतंकवादी गतिविधियों के कारण तालिबान पर संयुक्त राष्ट्र ने कई तरह के प्रतिबंध लगाए हुए हैं। पिछले साल अगस्त में तालिबान ने अमेरिका द्वारा देश से सैन्य कार्रवाई समाप्त करने के बाद काबुल पर जबरन कब्जा कर लिया था। जिसके बाद तालिबान ने मोहम्मद हसन अखुंद के नेतृत्व में एक अंतरिम सरकार की स्थापना की। तब से देश आर्थिक संकट और भोजन की कमी के साथ मानवीय संकट का सामना
साभार: जागरण
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