विश्व
वैज्ञानिकों ने कहा- फ्रांस में मिला नया कोरोना वैरिएंट चिंताजनक नहीं, ओमिक्रॉन से पहले ही हो गई थी पहचान
Renuka Sahu
5 Jan 2022 6:30 AM GMT
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फाइल फोटो
दुनियाभर में ओमिक्रॉन को लेकर चिंताओं के बीच फ्रांस में IHU वैरिएंट ने हड़कंप मचा दिया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दुनियाभर में ओमिक्रॉन (Omicron) को लेकर चिंताओं के बीच फ्रांस में IHU वैरिएंट ने हड़कंप मचा दिया है. इस नए वैरिएंट को लेकर शोध जारी है. इस बीच इंपीरियल कॉलेज ऑफ लंदन (Imperial College London) के एक वैज्ञानिक का कहना है कि IHU वैरिएंट चिंताजनक नहीं है और ये ओमिक्रॉन से पहले ही तलाश लिया गया था. ब्रिटिश वैज्ञानिक डॉ. थॉमस पिकॉक (Dr Thomas Peacock) ने कहा है कि IHU वैरिएंट में व्यापक रूप से फैल सकने की क्षमता थी लेकिन ऐसा हुआ नहीं.
दरअसल दिसंबर की शुरुआत में फ्रांस में मार्सिले के पास नए IHU वेरिएंट के कम से कम 12 मामले सामने आए. माना जा रहा है कि ये कैमरून से लौटे शख्स से जुड़े हैं. क्लस्टर की खोज के बाद शोध शुरू हुआ. medRxiv पर पोस्ट किए गए एक पेपर के अनुसार, नेक्स्ट जनरेशन के सीक्वेंसिंग द्वारा ऑक्सफ़ोर्ड नैनोपोर टेक्नोलॉजीज के साथ ग्रिडियन इंस्ट्रूमेंट्स पर जीनोम पाए गए. इसमें आगे कहा गया है कि म्यूटेशन के कारण 14 अमीनो एसिड सब्स्टीट्यूशन और 9 अमीनो एसिड डिलीशन हुए – जो स्पाइक प्रोटीन में मौजूद हैं. ये वैरिएंट अभी किसी दूसरे देश में नहीं दिखा है.
देश में प्रतिबंधों की शुरुआत
वहीं ओमिक्रॉन वैरिएंट इस वक्त पूरी दुनिया में बेहद तेजी के साथ फैल रहा है. देश में केंद्र सरकार के अलावा राज्य सरकारें ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए एहतियाती कदम उठा रही हैं. दिल्ली, महाराष्ट्र, पंजाब, बिहार, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश जैसे कई राज्यों में प्रतिबंधों की शुरुआत की जा रही है.
बड़े शहरों में ज्यादा फैल रहा है ओमिक्रॉन
इस बीच वैक्सीन टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ एन के अरोड़ा ने कहा है कि देश के मेट्रो शहरों में ओमिक्रॉन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं लेकिन इसे पैनिक करने की जरूरत नहीं है. नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्युनाइजेशन (NTAGI) के चेयरमैन डॉ अरोड़ा ने यह भी बताया कि ओमिक्रॉन वेरिएंट में वैक्सीन से बचने की क्षमता है और बूस्टर डोज पर इसके प्रभाव का भी अभी आकलन किया जा रहा है.
डॉ अरोड़ा ने कहा कि बड़े शहरों में ओमिक्रॉन के मामले में बहुत तेजी आई है. जितने केस आ रहे हैं उनमें ओमिक्रॉन की संख्या बहुत अधिक है. ओमिक्रॉन वेरिएंट में वैक्सीन के असर को खत्म करने की बहुत अधिक क्षमता है. इसलिए बूस्टर डोज ओमिक्रॉन के खिलाफ कितना कारगर होगा इस बात का विश्लेषण किया जा रहा है.
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