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वैज्ञानिकों ने खोजे अनसुलझे सवालों के जवाब, अब पता चलेगा गैलेक्सी मिल्की-वे ने कब लिया अपना आकार

Neha Dani
25 May 2021 2:59 AM GMT
वैज्ञानिकों ने खोजे अनसुलझे सवालों के जवाब, अब पता चलेगा गैलेक्सी मिल्की-वे ने कब लिया अपना आकार
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रिसर्चर्स दावा कर रहे हैं कि उन्होंने तारों की सटीक उम्र का पता लगा लिया है.

तकनीक के विकास के साथ-साथ ब्रह्मांड (Space) के राज भी खुल रहे हैं. हाल ही में हुई एक रिसर्च ने यह जानने में मदद की है कि हमारी गैलेक्सी मिल्की वे (Milky Way) के तारों की उम्र कितनी है. साथी ही मिल्की-वे ने अपना आकार कब और कैसे लिया. इस अध्ययन में मिल्की वे का एक उप गैलेक्सी के साथ विलय की घटना की भी जानकारी मिली है. इस अध्ययन (Research) में रिसर्चर्स ने नई खगोलीय पद्धितियों का इस्तेमाल किया, जिससे गैलेक्सी में मौजूद कई तारों (Stars) की उम्र का सटीक अनुमान लगाया गया. इस पद्धति की मदद से हासिल आंकड़ों से पता चला कि गैलेक्सी का विलय उसका चक्कर लगाने वाली उप-गैलेक्सी (Sub-Galaxy) से कब हुआ था.

ये रिसर्च नेचर जर्नल में छपी है. अध्ययन के आंकड़ों के मुताबिक इस विलय से पहले ही मिल्की वे में बड़ी संख्या में तारे मौजूद थे. ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर कॉस्मोलॉजी एंड एस्ट्रोपार्टिकल फिजिक्स में फेलो और इस अध्ययन के सहलेखक फियोरेन्जो निसेन्जो ने इसकी जानकारी दी. गैलेक्सी का चक्कर लगाने वाली दूसरी गैलेक्सी का नाम गीगा एनक्लॉडस था और 10 अरब साल पहले ये मिल्की-वे में मिल गई थी.
विलय से बदल गई तारों की कक्षा
रिसर्च की अगुवाई करने वाली जोसेफीना मोटाल्बेन ने बताया कि मिल्की-वे के इतिहास और आकार में गीगा एनक्लॉडस का अहम योगदान माना जाता है. बता दें कि जोसेफीना यूके की बर्मिंघम यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ फिजिक्स एंड एस्ट्रोलॉजी में कार्यरत हैं.
इस रिसर्च की मदद से वैज्ञानिकों को पहली बार पता चला है कि मिल्की-वे और गीगा एनक्लॉडस के ज्यादातर तारों की उम्र एक समान है. हालांकि मिल्की-वे के कुछ तारे बेहद पुराने हैं. यह भी कहा गया कि इस विलय का असर गैलेक्सी के तारों की कक्षा पर पड़ा और उनकी कक्षा बदल गई.
एस्ट्रोसीज्मोलॉजी से पता लगाई तारों की उम्र
वैज्ञानिकों ने एस्ट्रोसीज्मोलॉजी का इस्तेमाल करके तारों की सटीक उम्र का अंदाजा लगाया. इसमें तारों की आंतरिक संरचना का अध्ययन किया जाता है. साथ ही इसमें तारों के अंदर से आने वाली ध्वनि तरंगों का भी अध्ययन किया जाता है. रिसर्चर्स दावा कर रहे हैं कि उन्होंने तारों की सटीक उम्र का पता लगा लिया है.

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