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क्योंकि अज्ञात पुरुष और बाहरी लोग कक्षाओं में प्रवेश करने के लिए बुर्का इस्तेमाल करते थे’.
भारत में हिजाब (Hijab) को लेकर मचे बवाल के बीच बांग्लादेश (Bangladesh) के एक स्कूल ने बुर्के पर बैन (Burqa Ban) लगा दिया है. नोआखाली के सेनबाग उपजिले में स्थित स्कूल में अब छात्राएं बुर्का पहनकर नहीं आ सकेंगी. स्कूल के इस आदेश के बाद जगह-जगह पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. स्कूल की तरफ एक नोटिस में कहा गया है कि लड़कियां अपना चेहरा ढककर कक्षा में दाखिल नहीं हो सकतीं.
'नोटिस की गलत व्याख्या की गई'
वहीं, स्कूल प्रशासन का कहना है कि प्रबंधन कमेटी के चुनाव के कारण इस मुद्दे को उछाला गया है और नोटिस की गलत व्याख्या की गई है. भ्रम की स्थिति के कारण नोटिस वापस ले लिया गया है. हालांकि, इसके बावजूद स्कूल के बाहर विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. स्टूडेंट्स इसे अभिव्यक्ति की आजादी का उल्लंघन बता रहे हैं.
लड़के पहुंच जाते थे क्लास में
Noakhali's Sher-e-bangla high school's headmaster Mozammel Hussain banned burqa in classrooms, so pro-burqa people protested against the decision of the headmaster. Headmaster said he banned burqa in classrooms because unknown men & outsiders could wear burqa to enter classrooms. pic.twitter.com/hRqFbXp9CA
— taslima nasreen (@taslimanasreen) March 22, 2022
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि लड़कियों की क्लास में लड़कों के बुर्का पहनकर आने की कई घटना सामने आई हैं. लड़कियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूल प्रशासन ने इस तरह का फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि स्कूल प्रबंधन ने कक्षा में प्रवेश करने के बाद चेहरा नहीं ढकने का एक निर्देश जारी किया. बुर्का पहनने के चलते कई बार स्कूल में नहीं पढ़ने वाली लड़कियां भी क्लास में आ जाती थी.
स्कूल ने सुरक्षा का दिया हवाला
मीडिया रिपोर्ट्स में स्कूल प्रबंधन के हवाले से कहा गया है कि स्कूल के पास के बाजार में लड़कों ने एक अड्डा बना लिया था. जब बाजार समिति ने कार्रवाई की, तो लड़के स्कूल के आसपास मंडराने लगे. छात्राओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए क्लास के अंदर चेहरा नहीं ढकने का आदेश जारी किया गया है.
तस्लीमा नसरीन ने किया ट्वीट
इस पूरे मामले पर लेखिका तस्लीमा नसरीन (Taslima Nasrin) ने भी ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है, 'नोआखली के शेर-ए-बांग्ला हाई स्कूल के प्रधानाध्यापक मोजम्मेल हुसैन ने कक्षाओं में बुर्के पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसलिए बुर्का समर्थक लोगों ने प्रधानाध्यापक के फैसले का विरोध किया. हेडमास्टर ने कहा कि उन्होंने कक्षाओं में बुर्का पर प्रतिबंध लगाया गया है, क्योंकि अज्ञात पुरुष और बाहरी लोग कक्षाओं में प्रवेश करने के लिए बुर्का इस्तेमाल करते थे'.
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