सऊदी अरब अगस्त में यूक्रेन के बारे में वार्ता की मेजबानी करने के लिए तैयार है, जिसमें पश्चिमी राज्यों, यूक्रेन और हिंदुस्तान और ब्राजील सहित प्रमुख विकासशील राष्ट्रों को आमंत्रित किया जाएगा. चर्चा में शामिल राजनयिकों का हवाला देते हुए मीडिया रिपोर्ट में बोला गया है कि बैठक में शामिल होने के लिए इंडोनेशिया, मिस्र, मैक्सिको, चिली और जाम्बिया सहित 30 राष्ट्रों के वरिष्ठ अधिकारी 5 और 6 अगस्त को जेद्दा आएंगे.
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में आगे बोला गया है कि यूक्रेन और पश्चिमी ऑफिसरों को आशा है कि वार्ता से यूक्रेन के पक्ष में शांति शर्तों के लिए अंतर्राष्ट्रीय समर्थन मिल सकता है. हालाँकि, इसमें रूस को शामिल नहीं किया गया है. वहीं, रूस, जो यूक्रेन के लगभग छठे हिस्से पर कब्ज़ा करने का दावा करता है, ने बोला है कि वह यूक्रेन के साथ शांति वार्ता को तभी संभव मानता है, जब कीव “नई वास्तविकताओं” को स्वीकार करता है, जो उसके क्षेत्रीय दावों से संबंधित है. उधर, कीव का बोलना है कि रूस के साथ वार्ता तभी संभव होगी जब मॉस्को अपने सैनिकों को वापस बुला लेगा.
रिपोर्ट में बोला गया है कि आमंत्रित राष्ट्रों में से कितने लोग हिस्सा लेंगे, यह अभी तक साफ नहीं है, हालांकि जिन राष्ट्रों ने जून में कोपेनहेगन में इसी तरह की वार्ता में हिस्सा लिया था, उनके दोबारा ऐसा करने की आशा है. इसमें बोला गया है कि ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, पोलैंड और यूरोपीय संघ उन लोगों में से हैं जिन्होंने उपस्थिति की पुष्टि की है और अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन के भाग लेने की आशा है.