रूस-यूक्रेन संकट के कारण दुनियाभर में कच्चे तेल की लगातार बढ़ रही कीमतों के बीच सऊदी अरब ने सोमवार को कहा कि क्रूड में तेजी के लिए वह जिम्मेदारी नहीं है।
वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की आपूर्ति की कमी के लिए वह कोई जिम्मेदारी नहीं उठाएगा। यमन के ईरान समर्थित हुती विद्रोहियों की ओर से किए गए हमले से सऊदी अरब में तेल उत्पादन बाधित होने के बाद उसने यह बयान दिया है। सोमवार को कारोबार के दौरान बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड तेजी के साथ 112 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गया।
यूक्रेन पर रूसी हमले के कारण ईंधन कीमतों में हुई बढ़ोतरी और उत्पादन में वृद्धि को काबू में करने के ओपेक एवं अन्य तेल उत्पादक देशों के साथ समझौते को लेकर चल रही बातचीत के बीच सऊदी ने जिम्मेदारी नहीं लेने की बात कही है।
सरकारी 'सऊदी प्रेस एजेंसी' ने विदेश मंत्रालय के हवाले से कहा कि हुतियों के खिलाफ मुकाबले के लिए ऊर्जा आपूर्ति बनाए रखने के लिहाज से वैश्विक समुदाय अपनी जिम्मेदारी उठाए।
फिलहाल हालात ऐसे हैं कि अमेरिका जैसे देश में लोगों को पेट्रोल पंपों पर गैसोलीन (वाहन ईंधन) के लिए रिकॉर्ड कीमत चुकानी पड़ रही है।
बार-बार हमले से प्रभावित हो रही उत्पादन क्षमता
बयान में कहा गया है कि हुतियों के बार-बार हमले से सऊदी अरब की उत्पादन क्षमता प्रभावित हो रही है। इस कारण वह तेल उत्पादन और आपूर्ति संबंधी अपने वादे को भी पूरा नहीं कर पा रहा है। इससे दुनियाभर के बाजारों में ऊर्जा आपूर्ति की सुरक्षा और स्थिरता का खतरा पैदा हो रहा है।
यमन के विद्रोहियों ने रविवार को सऊदी अरब के तेल और प्राकृतिक गैस उत्पादन को निशाना बनाकर सिलसिलेवार हमले किए। सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्रालय ने कहा कि लाल सागर तट पर स्थित यान्बु पेट्रोकेमिकल्स परिसर पर हुए हमले से तेल उत्पादन में अस्थायी रूप से कमी आई थी। कमी आयी थी।