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लेकिन शहर को बसाने वालों का दावा है कि वे इन सबको पलट कर रख देंगे.
सऊदी अरब का नाम सामने आते ही आपके दिमाग में सबसे पहले रेगिस्तान और तेल का ख्याल आता होगा, लेकिन यह सऊदी अरब की एक तस्वीर है. इस देश का दूसरा चेहरा भी है जो अब काफी हाईटेक हो चुका है और इसकी पूरी दुनिया में पहचान बढ़ती जा रही है. दरअसल, सऊदी ने पिछले कुछ साल में कई ऐसे प्रोजेक्ट बनाए हैं जिसकी चर्चा दुनियाभर में होती है. इसी कड़ी में यह देश एक और खास प्रोजेक्ट पर जुट गया है. इसे लेकर दुनियाभर की मीडिया में बात हो रही है. रिपोर्ट के मुताबिक, सऊदी अरब रेगिस्तान में 500 अरब डॉलर खर्च करके एक खास शहर बनाने जा रहा है. इसे दुनिया में अब तक का सबसे लंबा और मुश्किल प्रोजेक्ट माना जा रहा है. खास बात ये है कि यह शहर बेल्जियम के आकार होगा. बेल्जियम का क्षेत्रफल 30,528 वर्ग किलोमीटर (11,787 वर्ग मील) है.
शहर को दिया गया नियोम नाम
रिपोर्ट के मुताबिक, सऊदी अरब के क्राऊन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने इस हाई-टेक सिटी को नियोम नाम दिया है. इस शहर में बहुत कुछ खास होगा. बताया जा रहा है कि यहां आपको अंधेरे में चमकते समुद्र मिलेंगे, हवा में चलती ट्रेनें दिखेंगी. शहर में पर्यावरण का खास ध्यान रखा जाएगा. सऊदी अरब इसके जरिये अपनी इकॉनमी को भी बूस्ट करना चाहता है.
अभी सिर्फ रेगिस्तान, गर्मी और पहाड़, पानी भी नहीं
सऊदी अरब ने जिस जगह पर इस शहर को बसाने की योजना बनाई है. वहां पर अभी रेत और कुछ पहाड़ियां हैं. यह लाल सागर के तट के किनारे मौजूद है. यहां गर्मी के दिनों में तापमान 100F से ऊपर चला जाता है. इस जगह पर पानी का भी कोई स्रोत दूर तक नजर नहीं आता, लेकिन शहर को बसाने वालों का दावा है कि वे इन सबको पलट कर रख देंगे.
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