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सऊदी अरब और बहरीन ने लेबनान के राजदूतों को निष्काषित कर दिया, जानें क्या था मामला

Neha Dani
30 Oct 2021 8:09 AM GMT
सऊदी अरब और बहरीन ने लेबनान के राजदूतों को निष्काषित कर दिया, जानें क्या था मामला
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एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने बयान के लिए माफी मांगने से इनकार कर दिया.

सऊदी अरब ने लेबनान के एक मंत्री की बयान के जवाब में उसके राजदूत को देश छोड़ने का आदेश दिया है. इतना ही नहीं सऊदी ने लेबनान से आयात पर रोक लगा दी है. लेबनान के मंत्री ने यमन में युद्ध को सऊदी 'आक्रामकता' बताया था. इसके कुछ देर बाद शुक्रवार को बहरीन के विदेश मंत्रालय ने बताया कि बहरीन ने लेबनान के राजदूत को दो दिनों के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया है.

लेबनान ने उचित फैसला लेने का किया आह्वान
जानकारी के अनुसार, लेबनान के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ने सऊदी अरब के इस फैसले पर चर्चा की और तनाव कम करने की उम्मीद से उचित निर्णय लेने का आह्वान किया. सऊदी अरब की सरकारी मीडिया ने अपनी खबर में कहा कि बेरूत में राज्य के राजदूत को भी उनके देश लौटने के लिए कहा गया है. खबर में कहा गया है कि इस कदम से सऊदी अरब में रह रहे और यहां काम कर रहे उन हजारों लेबनानी नागरिकों और उनके परिवारों पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
आर्थिक संकट से गुजर रहा है लेबनान
लेबनान से आयात पर प्रतिबंध लगाने का सऊदी का फैसला ऐसे समय में आया है जब लेबनान को विदेशी मुद्रा की काफी जरूरत है. लेबनान इस समय सबसे खराब आर्थिक और वित्तीय संकट से गुजर रहा है. सऊदी अरब दुनिया के सबसे बड़े तेल उत्पादकों और निर्यातकों में से एक है और वह दशकों से लेबनानी उत्पादों का एक प्रमुख बाजार रहा है.
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था वीडियो
बता दें, कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें लेबनान के सूचना मंत्री जॉर्ज कोर्डाही ने यमन में युद्ध को सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात के आक्रामकता का रूप बताया था. उन्होंने कहा था कि यमन में युद्ध बेतुका है और इसे रोकना चाहिए. इस वीडियो के सामने आने के कुछ दिनों बाद ही सऊदी अरब ने ये फैसला लिया है.
लेबनान के पीएम ने सऊदी के कदम के लिए जताया खेद
लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती के कार्यालय ने कहा कि उन्होंने कोर्डाही को फोन करने से पहले राष्ट्रपति मिशेल औन के साथ स्थिति पर चर्चा की और उनसे राष्ट्रीय हितों की खातिर उचित निर्णय लेने को कहा. मिकाती ने सऊदी के कदम के लिए खेद व्यक्त किया और राज्य से अपने फैसले की समीक्षा करने का आग्रह किया. मिकाती ने कहा कि उनकी सरकार सऊदी अरब के साथ गहरे भाईचारे के संबंधों को नुकसान पहुंचाने वाली किसी भी चीज को पूरी तरह से खारिज करती है. मिकाती ने पहले कहा था कि कोर्डाही बयान सरकार की राय का प्रतिनिधित्व नहीं करती हैं. उन्होंने कहा कि मंत्री ने यह बयान पिछले महीने पद पर कार्यभार संभालने से पहले दिया था.
ये बयान एक टीवी शो में कोर्डाही ने सितंबर में दिया था. तब वे मंत्री पद पर नहीं थे. कोर्डाही ने इसी सप्ताह बेरूत में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने बयान के लिए माफी मांगने से इनकार कर दिया.

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