विश्व

अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपेयो से पहली बार मिले एस जयशंकर, पुरे राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के साथ की बात

Neha Dani
6 Oct 2020 9:00 AM GMT
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपेयो से पहली बार मिले एस जयशंकर, पुरे राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के साथ की बात
x
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो मंगलवार को टोक्यो में भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो मंगलवार को टोक्यो में भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की। इस दौरान भारत के विदेश मंत्री ने कहा, 'इतने सारे क्षेत्रों में हमारी साझेदारी की प्रगति को देखकर प्रसन्नता हुई। भारत-प्रशात क्षेत्र में स्थिरता और समृद्धि के लिए मिलकर काम करेंगे।' क्वाड की दूसरी मंत्रिस्तरीय बैठक में हिस्सा लेने पोम्पियो और जयशंकर टोक्यो में हैं। 'क्वाड' चार देशों का समूह है जिसमें अमेरिका और भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया व जापान भी शामिल हैं।

पोम्पियो और जयशंकर के बीच फोन पर नियमित अंतराल पर बातचीत होती रहती है लेकिन चीन के साथ सीमा पर भारत के हालिया तनाव के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली मुलाकात है। इससे पहले अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा था कि पोम्पियो का जापान के नए प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा और अपने जापानी समकक्ष तोशीमित्सु मोटेगी से भी मुलाकात का कार्यक्रम है।

अपने साथ सफर कर रहे संवाददाताओं से बातचीत में पोम्पियो ने क्वाड मंत्रिस्तरीय बैठक के दौरान महत्वपूर्ण घोषणाएं और महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल होने की उम्मीद व्यक्त की थी। पोम्पियो ने कहा था, 'यह एक शानदार दौरा रहेगा। यह उन मुद्दों का समर्थन करता है, जिसके लिए हम काफी समय से काम कर रहे थे। अपने क्वाड साझेदारों से मिलना एक योजना है, जिसकी हम तैयारी कर रहे थे। हम कुछ महत्वपूर्ण घोषणाओं और महत्वपूर्ण उपलब्धियों की उम्मीद कर रहे हैं।' टोक्यो रवाना होने से पहले पोम्पियो ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी फोन पर बात की थी।

उन्होंने कहा था, 'मुझे आज राष्ट्रपति के साथ कुछ लंबी बात करने का मौका मिला और मुझे लगता है कि उन्होंने आज अपनी पूरी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के साथ बात की।' टोक्यो में स्थित अमेरिकी दूतावास ने कहा कि चार देशों के विदेश मंत्री भारत-प्रशांत क्षेत्र में कोविड-19, सुरक्षा और आर्थिक मुद्दों और एक नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय प्रणाली को कायम रखने के महत्व से उत्पन्न चुनौतियों पर चर्चा करेंगे।


Next Story