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विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति इमोमाली रहमान से दुशांबे में मुलाकात की
विदेश मंत्री एस जयशंकर (Foreign Minister S. Jaishankar) ने सोमवार को ताजिकिस्तान (Tajikistan) के राष्ट्रपति इमोमाली रहमान (President Emomali Rahmon) (68) से दुशांबे में मुलाकात की और द्विपक्षीय आर्थिक और विकास सहयोग बढ़ाने को लेकर चर्चा की. जयशंकर नौवें 'हार्ट ऑफ एशिया' (Heart of Asia) मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में शामिल होने के लिए दुशांबे (Dushanbe) में हैं. उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की ओर से राष्ट्रपति रहमान को बधाई भी दी.
जयशंकर ने ट्वीट किया कि मेरी अगवानी के लिए ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति को धन्यवाद. हमारे द्विपक्षीय आर्थिक और विकास सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की. अफगान स्थिति के संबंध में उनके आकलन की सराहना की. जयशंकर ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति रहमान के साथ द्विपक्षीय सहयोग और अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा की.
ताजिकिस्तान के रक्षा मंत्री से की मुलाकात
उन्होंने कहा कि हमने चर्चा की कि हमारे आर्थिक, व्यापार और निवेश सहयोग को कैसे बढ़ाया जाए. क्षमता निर्माण के संदर्भ में अधिक विस्तार कैसे किया जाए, अपने राजनीतिक सहयोग को कैसे बढ़ाया जाए और अफगानिस्तान पर मिलकर कैसे काम किया जाए. उन्होंने कोविड -19 के खिलाफ लड़ाई में ताजिकिस्तान के साथ भारत की एकजुटता भी व्यक्त की.
बाद में उन्होंने ताजिकिस्तान के रक्षा मंत्री कर्नल जनरल शेराली मिरजो से भी मुलाकात की और रक्षा और सुरक्षा सहयोग बढ़ाने के बारे में चर्चा की. ताजिकिस्तान और अफगानिस्तान के साथ 1,400 किलोमीटर लंबी सीमा है और भारत के लिए यह काफी भू-रणनीतिक महत्व रखता है. भारत आतंकवाद विरोधी सहयोग के तहत इसे सैन्य सहायता मुहैया कराता रहा है. भारत ने दुशांबे के पास अयानी एयरबेस को भी विकसित किया है.
जयशंकर ने यहां 'हार्ट ऑफ एशिया' सम्मेलन से इतर कजाकिस्तान के विदेश मंत्री मुख्तार तलुवेर्दी से भी मुलाकात की और द्विपक्षीय और अंतरराष्ट्रीय सहयोग की समीक्षा की. उन्होंने ट्वीट किया कि कजाकिस्तान के विदेश मंत्री मुख्तार के साथ अच्छी मुलाकात हुई. हमारे द्विपक्षीय और अंतरराष्ट्रीय सहयोग की उपयोगी समीक्षा की.
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