Russia Ukraine War: यूक्रेन के साथ जारी जंग के बीच रूस ने अमेरिका के साथ वार्ता को लेकर बड़ा बयान दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रूस के उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने शनिवार को कहा कि अगर वाशिंगटन तैयार है तो रूस उनके साथ हथियार नियंत्रण वार्ता को फिर से शुरू कर सकता है. गौरतलब है कि यह बयान ऐसे समय में आया है जब यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद से अमेरिका लगातार मॉस्को पर प्रतिबंध लगा रहा है और अपने सहयोगी देशों के साथ रूस को अलग-थलग करने की कोशिश में लगा है.
इसके अलावा रयाबकोव ने कहा कि मॉस्को और वाशिंगटन लगातार संपर्क में हैं, लेकिन क्रेमलिन को कोई संकेत नहीं दिखता कि वाशिंगटन यूक्रेन पर बातचीत जारी रखने के लिए तैयार है. हालांकि रयाबकोव ने यह भी कहा कि रूस ने यूक्रेन में रूसी सेना के घुसने से पहले जो सुरक्षा गारंटी प्रस्ताव भेजे थे वे अब वैध नहीं रहे क्योंकि हालात अब पूरी तरह से बदल चुके हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने शुक्रवार को हाउस डेमोक्रेटिक कॉकस के सदस्यों को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि अमेरिका 'यूक्रेन में तीसरा विश्व युद्ध नहीं लड़ने जा रहा है', लेकिन उन्होंने यह 'कड़ा संदेश भी भेजा कि वाशिंगटन नाटो के दायरे में आने वाली हर इंच जमीन की रक्षा करेगा.' बाइडन ने कहा, "इसीलिए मैंने लातविया, एस्टोनिया, लिथुआनिया और रोमानिया सहित कुछ अन्य देशों में रूस से सटी सीमा पर 12 हजार अमेरिकी जवान भेजे हैं. अगर हम जवाबी कार्रवाई करते हैं तो तीसरा विश्व युद्ध निश्चित है."अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, "भले ही नाटो क्षेत्र की रक्षा का पवित्र दायित्व हम पर है, लेकिन हम यूक्रेन में तीसरा युद्ध नहीं लड़ेंगे."
उत्तर एटलांटिक संधि क्षेत्र (नाटो) 30 उत्तर अमेरिकी और यूरोपीय देशों का एक सैन्य समूह है. नाटो के मुताबिक, उसका मकसद सैन्य और राजनीतिक माध्यम से अपने सदस्य देशों की स्वतंत्रता और सुरक्षा सुनिश्चत करना है.