अमेरिका ने कहा है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को यूक्रेन में हो रहे युद्ध की सही स्थिति की जानकारी नहीं है। व्हाइट हाउस ने खुफिया एजेंसियों के हवाले से कहा कि उनके अधिकारी युद्ध के बारे में सही जानकारी देने से डरते हैं। वे अपने ही राष्ट्रपति से सच छिपा रहे हैं। अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इन दिनों राष्ट्रपति पुतिन और उनके रक्षा मंत्रालय के बीच भी कुछ तनातनी बनी हुई है।
अमेरिका ने कहा कि रूस के रक्षा मंत्री का अचानक गायब हो जाना बताता है कि अब वह पुतिन का साथ देने को तैयार नहीं हैं। वहीं यूक्रेन ने दावा किया था कि रूसी रक्षा मंत्री सरजेई शोइगू को हार्ट अटैक आ गया था। उनका पुतिन के साथ वाद-विवाद हो गया था। हालांकि क्रेमलिन ने इस बात से इनकार किया है।
व्हाइट हाउस के कम्युनिकेशन डायरेक्टर केट बेडिंगफील्ड ने बताया, मुझे लगता है कि पुतिन के सलाहकार उन्हें सच नहीं बता रहे हैं कि किस तरह से यूक्रेन में रूस की सेना का बुरा हाल हो रहा है और प्रतिबंधों की वजह से रूस की अर्थव्यवस्था भी ध्वस्त हो रही है। बात वही है कि वरिष्ठ सलाहकार उनसे सच कहते हुए डरते हैं।
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंगेन ने कहा कि पुतिन को कभी भी अपने सलाहकारों से पूरी जानकारी नहीं मिलती है। राष्ट्रपति ने तानाशाह के रूप में शासन किया। इसका नुकसान यह है कि उनके आसपास कोई भी सच बोलने वाला नहीं है। सब उनको खुश करने के लिए झूठ का सहारा लेते हैं। वहीं न्यूयॉर्क टाइम्स से बात करते हुए कई अधिकारियों ने कहा, पुतिन इस समय अलग-थलग महसूस ककर रहे हैं।
उन्होंने कहा, महामारी के दौरान पुतिन ने अपने अधिकारियों से दूरी बना ली थी। पुतिन सार्वजनिक रूप से अपने अधिकारियों की बेज्जती करते हैं इसलिए उनके सैन्य अधिकारी अब सच बताने को तैयार ही नहीं हैं।