विश्व
यूक्रेन की घेराबंदी कर चुकी रूस की सेना ने बेलारूस के साथ मिलकर जोरदार किया युद्धाभ्यास शुरू
Shiddhant Shriwas
13 Feb 2022 8:23 AM GMT
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बेलारूस युद्धाभ्यास के नाम पर अपने हमले की तैयारी को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं।
यूक्रेन की तीन तरफ से घेराबंदी कर चुकी रूस की सेना ने बेलारूस के साथ मिलकर जोरदार युद्धाभ्यास शुरू किया है। रूस और बेलारूस के बीच 10 दिनों तक चलने वाले इस अभ्यास में करीब 30 हजार सैनिक, टैंक और तोपें हिस्सा ले रही हैं। उधर, रूस-बेलारूस को करारा जवाब देने के लिए यूक्रेन की सेना ने भी 10 दिनों तक के लिए सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है। यूक्रेन की सेना रूसी टैंकों और तोपों को तबाह करने के लिए तुर्की से मिले बेहद खतरनाक हमलावर ड्रोन बायरकतार से हमले का अभ्यास कर रही है।
इसके अलावा यूक्रेन की सेना को अमेरिका से मिले जवेलिन एंटी टैंक मिसाइलों और ब्रिटेन से मिली बंकर को तबाह करने वाली मिसाइलों की भी ट्रेनिंग दी जा रही है। पिछले एक महीने से जारी इस गतिरोध के बीच दोनों ही देशों की सेनाएं पूरी तरह से जंग के लिए तैयार नजर आ रही हैं। रूस ने यूक्रेन की सीमा पर 1 लाख 30 हजार सैनिकों को तैनात किया है। इसमें 100 युद्धक समूह, इश्कंदर समेत खतरनाक मिसाइलें, सुखोई-35 फाइटर जेट और टी-72 समेत कई घातक टैंक यूक्रेन की सीमा के पास अपने इलाके में तैनात कर दिए हैं।
यूक्रेन और रूस में जंग छिड़ती है तो जाएगी 50 हजार लोगों की जान
अमेरिकी सेना के जनरल मार्क मिली के मुताबिक शीत युद्ध के बाद पहली बार इतनी बड़ी तादाद में रूस ने अपनी सेना को सीमा पर तैनात किया है। रूस ने अपने सहयोगी बेलारूस के साथ मिलकर यह अभ्यास ऐसे समय पर शुरू किया है जब अमेरिका और अन्य नाटो देशों ने चेतावनी दी है कि रूस कभी भी यूक्रेन पर हमला कर सकता है। रूस और यूक्रेन के बीच अगर जंग छिड़ती है तो द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद इसे सबसे खूनी जंग में शामिल किया जा सकता है।
युद्धाभ्यास में हिस्सा ले रहे हैं रूस के घातक टैंक
इसी खतरे को देखते हुए जहां फ्रांसीसी राष्ट्रपति और ब्रिटेन के नेता रूस को समझाने का प्रयास कर रहे हैं, वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने पुतिन को भयानक परिणाम भुगतने चेतावनी दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय वाइट हाउस ने पिछले सप्ताह चेतावनी दी थी कि अगर यूक्रेन और रूस में जंग छिड़ती है तो 50 हजार लोगों की जान जाएगी। अमेरिकी अधिकारियों को भय सता रहा है कि रूस और बेलारूस युद्धाभ्यास के नाम पर अपने हमले की तैयारी को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं।
Shiddhant Shriwas
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