विश्व
रूसी ने पूर्वी यूक्रेन के अहम शहरों में घेराबंदी बढ़ाई, जेलेंस्की ने चेताया
Renuka Sahu
21 Jun 2022 12:51 AM GMT
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फाइल फोटो
रूस-यूक्रेन युद्ध के 117वें दिन रूसी सेना पूर्वी यूक्रेन के दोनबास क्षेत्र में रणनीतिक रूप से दो अहम शहरों के पास हजारों यूक्रेनी सैनिकों को घेरती दिखाई दी।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रूस-यूक्रेन युद्ध के 117वें दिन रूसी सेना पूर्वी यूक्रेन के दोनबास क्षेत्र में रणनीतिक रूप से दो अहम शहरों के पास हजारों यूक्रेनी सैनिकों को घेरती दिखाई दी। उधर, यूक्रेनी राष्ट्रपति ने दक्षिणी यूक्रेन पर रूसी सेना को कब्जा न करने देने की चेतावनी दी। यदि रूस ने सेवेरोदोनेस्क व लिसिचंस्क को घेर लिया तो हजारों यूक्रेनी लड़ाके यहां फंस सकते हैं।
युद्ध के मोर्चे पर यूक्रेनी सैनिकों ने भी पूर्वी शहर सेवेरोदोनेस्क के पास के गांवों पर हुए रूसी हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया है। यूक्रेनी सेना ने शकिवका क्षेत्र में रूसी हमले नाकाम कर दिए, जहां रूसी सेना को पीछे हटने के लिए मजबूर होना पड़ा, लेकिन वे यहां दोबारा संगठित हो रहे हैं।
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा, हम रूस को अपने क्षेत्रों में कब्जा नहीं करने देंगे। हालांकि रूसी सेना ने तोशकिवका क्षेत्र में प्रारंभिक सफलता हासिल की है जो सेवेरोदोनेस्क और लिसिचंस्क के महानगरीय क्षेत्र के दक्षिण-पूर्व में एक छोटा सा शहर है। क्षेत्रीय गवर्नर सर्गेई हैदाई ने माना कि रूसियों को तोशकिवका क्षेत्र में सफलता मिली है।
खारकीव को मुख्य शहर बनाने की कोशिश में रूस
एक यूक्रेनी अधिकारी ने बताया है कि रूस, यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव को मुख्य शहर बनाने की कोशिश कर रहा है। यह बात यूक्रेन के गृहमंत्री के सलाहकार वादिम डेनिसेंको के हवाले से बताई गई है।
यह बयान इस सप्ताह एमनेस्टी इंटरनेशनल की ओर से रूस पर यूक्रेन में युद्ध अपराधों का आरोप लगाने के बाद आया है। इसमें रूस पर खारकीव में कई प्रतिबंधित क्लस्टर बमों के इस्तेमाल का आरोप लगाया गया।
रूसी पत्रकार ने यूक्रेनी बच्चों के लिए अपना नोबेल पुरस्कार बेचा
रूस के पत्रकार दिमित्रि मुरातोव ने शांति के लिए मिले अपने नोबेल पुरस्कार की नीलामी कर दी है। मुरातोव नीलामी से मिलने वाली धनराशि यूक्रेन में युद्ध से विस्थापित हुए बच्चों की मदद के लिए सीधे यूनीसेफ को देंगे।
अक्तूबर 2021 में स्वर्ण पदक से सम्मानित मुरातोव ने स्वतंत्र रूसी अखबार 'नोवाया गजट' की स्थापना की और वह मार्च में अखबार के बंद होने के समय इसके मुख्य संपादक थे। यूक्रेन पर रूसी हमले के मद्देनजर सार्वजनिक असंतोष दबाने और पत्रकारों पर रूस की कार्रवाई के चलते यह अखबार बंद कर दिया गया था। मुरातोव ने पुरस्कार की नीलामी से मिली 5,00,000 डॉलर की नकद राशि धर्मार्थ के लिए दान करने की घोषणा की है ताकि शरणार्थी बच्चों को भविष्य के लिए एक मौका दिया जा सके।
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