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दुनियाभर में ओमिक्रॉन का तेजी से फैलना लोगों के लिए चिंता का सबब बना हुआ है। कई अध्ययनों में ओमिक्रॉन के खिलाफ वैक्सीन भी कम असरदार पाई गई लेकिन रूस से अच्छी खबर आई है।
दुनियाभर में ओमिक्रॉन का तेजी से फैलना लोगों के लिए चिंता का सबब बना हुआ है। कई अध्ययनों में ओमिक्रॉन के खिलाफ वैक्सीन भी कम असरदार पाई गई लेकिन रूस से अच्छी खबर आई है। रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) ने बताया कि गामालेया सेंटर द्वारा किए गए प्रयोगशाला अध्ययन से पता चला है कि स्पुतनिक वी वैक्सीन और एक शॉट स्पुतनिक लाइट बूस्टर कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खिलाफ प्रभावी थे।
सुरक्षा अवधि को बढ़ाता है बूस्टर
स्पुतनिक लाइट के साथ हेटेरोलॉगस बूस्टिंग अन्य टीकों की शक्ति को ओमिक्रॉन के खिलाफ बढ़ाने का समाधान है और यह बूस्टर सुरक्षा अवधि को भी बढ़ाता है। स्पुतनिक लाइट बूस्टर, टीकाकरण के 2-3 महीने बाद लिया जाता है यह ओमिक्रॉन वायरस को निष्क्रिय करने की गतिविधि को काफी बढ़ाता है।
डेल्टा और ओमिक्रॉन पर काफी प्रभावी
आरडीआईएफ ने उल्लेख किया कि ओमिक्रॉन के खिलाफ टीकों की प्रभावकारिता को मजबूत करने के लिए स्पुतनिक लाइट बूस्टर की सिफारिश की गई है। स्पुतनिक लाइट बूस्टिंग के साथ-साथ हेटेरोलॉगस बूस्टिंग कई टीकों की तेजी से घटती प्रभावकारिता को मजबूत और लंबा कर सकता है जो डेल्टा और ओमिक्रॉन को निष्क्रिय कर सकता है।
स्पुतनिक लाइट बूस्टर 20 से ज्यादा देशों में अधिकृत
आगे कहा कि स्पुतनिक लाइट बूस्टर को पहले से ही 20 से अधिक देशों में पंजीकृत है। इन देशों में अर्जेंटीना, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, फिलीपींस और सैन मैरिनो सहित अन्य देश शामिल हैं। वहीं कुछ देशों में इसे बूस्टर के रूप में भी पंजीकृत किया गया है।
भारत में भी स्पुतनिक वी पंजीकृत
स्पुतनिक वी को भी चार अरब से अधिक लोगों की कुल आबादी वाले 71 देशों में अधिकृत किया गया है। भारत में भी स्पुतनिक वी को लोगों को लगाया जा रहा है। आरडीआईएफ रूस का सॉवरेन वेल्थ फंड है जिसकी स्थापना 2011 में इक्विटी सह-निवेश करने के लिए की गई थी।
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