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रूस के सैनिक सीमा से सटे इलाकों में कर रहे यह काम, यूक्रेन ने लोगों से कहा- घर से न निकलें, बाइडन बोले- हमें पता है पुतिन फैसला ले चुके
Renuka Sahu
19 Feb 2022 12:49 AM GMT
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फाइल फोटो
यूक्रेन पर संकट के बादल अभी हटे नहीं हैं। देश पर लगातार रूस द्वारा हमले का खतरा मंडरा रहा है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। यूक्रेन पर संकट के बादल अभी हटे नहीं हैं। देश पर लगातार रूस द्वारा हमले का खतरा मंडरा रहा है। यूक्रेन की रक्षा खुफिया एजेंसी ने दावा किया कि उसके शहर डोनेट्स्क में कई सामाजिक बुनियादी सुविधाओं को रूस नुकसान पहुंचा रहा है। साथ ही एजेंसी ने शुक्रवार देर रात डोनेट्स्क में निवासियों से आग्रह किया कि वे घर पर ही रहें और सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने से बचें।
यूक्रेन ने ट्वीट कर साधा निशाना
यूक्रेन की रक्षा खुफिया एजेंसी डीआईयू ने ट्वीट करके रूस पर निशाना साधा है। डीआईयू ने ट्वीट किया कि यूक्रेन के अस्थायी रूप से कब्जे वाले क्षेत्रों में अपने सैनिकों के माध्यम से रूस बुनियादी सुविधाओं और ढांचों को नुकसान पहुंचाकर स्थिति को अस्थिर करना चाहता है और इस तरह की घटनाओं को वह यूक्रेन पर आतंकवादी जैसे गतिविधियों के आरोप लगाने के लिए आधार बनाना चाहता है।
इसके साथ ही यूक्रेन की खुफिया एजेंसी ने अपने नागरिकों को सचेत करते हुए कहा कि अपने घरों से न निकलें और जहां तक हो सकते सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने से बचें। एजेंसी ने आतंकी कृत्य जैसी उकसावे वाली किसी भी घटना के किसी भी समय घटने की आशंका जताई है।
रूसी सेना कीव को बनाएगी निशाना : बाइडन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक बार फिर यूक्रेन संकट को लेकर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि हमारे पास यह मानने का कारण है कि रूसी सेना आने वाले दिनों में यूक्रेन पर हमला करने का इरादा रखती है। हमें विश्वास है कि वे यूक्रेन की राजधानी कीव को निशाना बनाएंगे।
उन्होंने कहा कि हम रूस की ऐसी घातक योजनाओं को दुनिया के समक्ष बार-बार जोर-शोर से उठा रहे हैं, इसलिए नहीं कि हम संघर्ष चाहते हैं, बल्कि इसलिए कि हम यूक्रेन पर आक्रमण को सही ठहराने और ऐसा होने से रोकने के लिए रूस की ओर से बताए गए किसी भी कारण को टालने के लिए अपनी शक्ति के अनुरूप सब कुछ कर रहे हैं। यदि रूस अपनी योजनाओं पर आगे बढ़ता है, तो वह एक विनाशकारी और अनावश्यक युद्ध के लिए जिम्मेदार होगा। हम यूक्रेन में लड़ने के लिए सेना नहीं भेजेंगे, लेकिन हम यूक्रेनी लोगों का समर्थन करना जारी रखेंगे।
हम रूस को उसके कार्यों के लिए जवाबदेह ठहराएंगे। इसके लिए पश्चिम एकजुट और संकल्पित है। रूस अगर यूक्रेन पर और भी हमला करता है तो हम उस पर कड़े प्रतिबंध लगाने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि रूस चाहे तो अभी भी कूटनीति का रास्ता चुन सकता है। आगे बढ़ने और बातचीत की मेज पर लौटने में अभी भी देर नहीं हुई है। अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडन ने कहा कि इस समय तक, मुझे विश्वास है कि (रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन) ने अपना निर्णय (यूक्रेन पर आक्रमण करने के लिए) ले लिया है। हमारे पास यह मानने का कारण भी है।
अमेरिका ने पहले भी दी थी चेतावनी
इससे पहले बुधवार को व्हाइट हाउस ने चेतावनी दी थी कि रूस किसी भी समय एक मनगढ़ंत बहाने या झूठे ऑपरेशन का हवाला देकर यूक्रेन पर आक्रमण कर सकता है। इस मामले पर व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि हम रूस यूक्रेन की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं, हमला किसी भी समय हो सकता है और रूस हमला मनगढ़ंत बहाने से कर सकता है।
जेन साकी की यह टिप्पणी ठीक एक दिन बाद आई थी, जब रूसी रक्षा अधिकारियों ने बताया था कि कुछ सैन्य इकाइयां यूक्रेन की सीमा के पास अपनी जगह को छोड़ रही हैं। लेकिन अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा था कि वाशिंगटन को रूसी सैनिकों की कोई सार्थक वापसी नहीं दिख रही है।
बता दें कि यूक्रेन की सीमा पर भारी संख्या में रूसी सैनिक जमा हैं। इससे पहले शुक्रवार को ब्लिंकन ने कहा कि रूस कह रहा है वह सीमा पर से अपने सैनिकों को वापस बुला रहा है। लेकिन इसके विपरीत सीमा पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात हैं।
आक्रमण का खतरा बहुत अधिक
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी गुरुवार को कहा था कि रूसी आक्रमण का खतरा "बहुत अधिक" है क्योंकि उन्होंने अपने किसी भी सैनिक को वापस नहीं बुलाया है। बाइडन ने कहा कि हमारे पास यह मानने का कारण है कि वे यूक्रेन पर हमला करने का बहाना बनाने के लिए एक झूठे ऑपरेशन में लगे हुए हैं।
वाशिंगटन ने अनुमान लगाया है कि रविवार तक चलने वाले संयुक्त अभ्यास के हिस्से के रूप में करीब 30,000 रूसी सैनिकों को पड़ोसी बेलारूस में तैनात किया गया है। हालांकि रूस ने किसी भी योजना से इनकार किया है और यूक्रेन पर देश के पूर्व में संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है।
परमाणु मिसाइलों और युद्धपोतों के साथ अभ्यास करेगा रूस
यूक्रेन पर हमले की आशंका के बीच रूस ने बड़े पैमाने पर परमामु मिसाइलों के युद्धाभ्यास की घोषणा की है। यूक्रेन सीमा पर रूस के 1,90,000 सैनिक तैनात होने का अनुमान लगाया गया है। इस बीच पूर्वी यूक्रेन के सीमावर्ती इलाके में मॉस्को के समर्थक माने जाते रहे अलगाववादियों और यूक्रेन की सेनाओं के बीच झड़पें भी तेज हो चुकी हैं।
यूक्रेन और विद्रोही गुटों के बीच सीमावर्ती राज्यों में दो दिन से लगातार भारी गोलीबारी की खबरें हैं। 2015 के बाद से दो दिन में सबसे ज्यादा गोलीबारी हुई है। सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को 600 सौ से ज्यादा धमाके सुनाई दिए, जो ग्रेनेड या मोर्टार के हो सकते हैं। बृहस्पतिवार को भी टैंक से मोर्टार और ग्रेनेड दागे गए। यूक्रेन ने रूस समर्थित विद्रोहियों पर हमले कर इमारतों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है। उधर, रूस ने कहा कि यूक्रेन ने गोलाबारी कर भारी तबाही मचाई है।
उधर, क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने बताया कि क्रीमिया के पास शनिवार से काला सागर में होने वाले इस युद्धाभ्यास में परमाणु क्षमता संपन्न बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलें इस्तेमाल की जाएंगी। इसमें रूस का अंतरिक्ष बल, स्ट्रेटेजिक मिसाइल कमान, नॉर्दर्न और ब्लैक सी बेड़े शामिल होंगे। पहले दिन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन खुद रक्षा मंत्रालय के सिचुएशन रूम में मौजूद रहेंगे।
सुरक्षा परिषद की बैठक में अमेरिका बोला- बहाने से युद्ध छेड़ेगा रूस, मॉस्को ने यूक्रेन पर विद्रोहियों की हत्या का आरोप मढ़ा
अमेरिका की पहल पर बुलाई गई संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में यूक्रेन पर रूसी हमले की आशंका पर विचार किया गया। बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने कहा कि रूस युद्ध छेड़ने जा रहा है।
ब्लिंकेन ने कहा, पुतिन कोई न कोई बहाना बनाकर यूक्रेन पर हमला कर सकते हैं ब्लिंकेन ने कहा, रूस पूर्ण युद्ध की तैयारी में है। वह विद्रोही समर्थित इलाके में यूक्रेनी हमले का बहाना लेकर हमला करने की कोशिश में है। वहीं, ब्रिटेन ने भी कहा है कि रूस ने सीमा से सैनिक हटाने के बजाय बढ़ा दिए हैं।
अमेरिका और ब्रिटेन का दावा है कि रूस के 1.50 लाख से ज्यादा सैनिक यूक्रेन की सीमा पर डटे हैं। बैठक में बताया कि यूक्रेनी सुरक्षा बलों की कार्रवाई में 126 बच्चों समेत नौ हजार आम नागरिक मारे गए हैं।
इस पर ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि यह रूस की तरफ से युद्ध भी भूमिका बनाने का बहाना मात्र है। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने शुक्रवार को कहा कि खुद को निष्पक्ष निरीक्षण समूह बताने वाले कई संस्थान अमेरिका और पश्चिमी देशों के दबाव में झूठ फैला रहे हैं।
रूसी दावा
अड्डों पर लौट रहे सैनिक रूस के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि युद्धाभ्यास समाप्त होने के बाद सैनिक अपने बेस पर लौट रहे हैं। इसमें 30 भारी वाहन शामिल हैं। साथ ही बयान में कहा गया कि टैंकों के लौटने की तस्वीर को तैनाती के लिए भेजे जाने का बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है।
रूस ने यूक्रेन पर भारत के रुख का किया स्वागत
रूस ने यूक्रेन संकट पर भारत के रुख का स्वागत किया है। भारत में रूसी दूतावास ने ट्वीट किया कि हम भारत के संतुलित, सैद्धांतिक और स्वतंत्र रुख का स्वागत करते हैं। यूक्रेन पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा था कि ने इस समय रचनात्मक कूटनीति की आवश्यकता है और ऐसे किसी भी कदम से बचना चाहिए जिससे तनाव भड़के।
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