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प्रतिबंधों के कारण रूसी बाजार व जनता को करारा झटका लगा, मर्सिडीज और बीपी ने रूस में बंद किया व्यापार

Renuka Sahu
2 March 2022 1:28 AM GMT
प्रतिबंधों के कारण रूसी बाजार व जनता को करारा झटका लगा, मर्सिडीज और बीपी ने रूस में बंद किया व्यापार
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फाइल फोटो 

करीब दो दशक के लंबे समय से राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की पूंजीवादी और वैश्वीकरण की नीति के कारण रूसी लोगों ने सस्ती विमान सेवाओं, विदेशी गैजेट, कारों व अन्य सुविधाओं का मजा लिया है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। करीब दो दशक के लंबे समय से राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की पूंजीवादी और वैश्वीकरण की नीति के कारण रूसी लोगों ने सस्ती विमान सेवाओं, विदेशी गैजेट, कारों व अन्य सुविधाओं का मजा लिया है। अब इन सुविधाओं और ऐश ओ आराम की जिंदगी पर संकट का समय दिख रहा है। वजह है अमेरिका व पश्चिमी देशों द्वारा यूक्रेन पर हमले के लिए रूस पर लगाए गए आर्थिक प्रतिबंध। सोमवार को सेंट्रल बैंक पर भी प्रतिबंध से रूसी अर्थव्यवस्था और व्यापारिक गतिविधियों को झटके लगने लगे हैं। रूसी मुद्रा रूबल धरातल पर आ चुकी है, सेंट्रल बैंक ने मंगलवार को मास्को में शेयर ट्रेडिंग बंद कर दी। जनता एटीएम से नकदी निकालने के लिए लाइन में लगी है और राष्ट्रीय विमान सेवा एयरोफ्लोत ने सारी फ्लाइट निरस्त कर दी हैं। यूरोपीय देशों द्वारा वायुक्षेत्र रूस के लिए बंद किए जाने के बाद एयरोफ्लोत ने यह फैसला किया है। हालांकि कुछ लोगों अब भी चल रही कुछ अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट के टिकट खरीदे हैं।

दूसरे देश जाने लगे लोग
मास्को में एक छोटी विज्ञापन एजेंसी चलाने वाली 33 साल की अजालिया इदरीसोवा ने कहा कि वह भयभीत हैं और जल्द ही अर्जेटीना जाने के बारे में सोच रही हैं। उन्हें पता नहीं है कि कंपनी के बिलों का भुगतान होगा या नहीं। रूस के सेंट्रल बैंक की 643 अरब डालर की विदेशी मुद्रा के बड़े भाग तक पहुंच पर पश्चिमी देशों के प्रतिबंध का असर इस वक्त सबसे बड़ी दिक्कत है।
बड़ी कंपनियों को लग रहे झटके
प्रतिबंधों के कारण रूस के अहम उद्योगों को करारा झटका लगा है। रूस को बरसों से करोड़ों डालर का लाभ कमाकर देने वाली पेट्रोलियम कंपनी शेल ने कहा है कि वह रूस के स्वामित्व वाली गैस कंपनी गैजप्रोम के साथ सभी साझा उपक्रम बंद कर रही है। बीते दिन ही ब्रिटिश पेट्रोलियम यानी बीपी ने कहा था कि वह रूस की सरकारी तेल कंपनी रोसनेफ्ट में अपनी हिस्सेदारी बेच रही है। वाहन निर्माता कंपनी वोल्वो ने कहा है कि वह रूस में ट्रक बनाने की अपनी फैक्ट्री बंद कर रही है। वहीं, मर्सिडीज ने कहा है कि वह एक रूसी ट्रक निर्माता के साथ अपनी साझेदारी खत्म कर रही है।
आम लोगों तक भी इन प्रतिबंधों का असर पहुंच रहा है। मास्को में कई स्थानों पर एप्पल पे और गूगल पे ने काम करना बंद कर दिया है। प्रतिबंध अब रूस की अर्थव्यवस्था पर गहरा असर डाल रहे हैं। हालांकि कुछ लोगों को यह परेशानियां बड़ी नहीं लग रही क्योंकि उनका सोचना है कि उनके देश ने बिना उकसावे के जो हमला यूक्रेन पर किया है, वह नैतिक नहीं है। रूस में युद्ध विरोधी प्रदर्शन जारी हैं। 400 से अधिक लोग 13 शहरों से गिरफ्तार किए गए हैं। जेपी मोर्गन के विश्लेषकों का कहना है कि गत दिनों लगाए गए प्रतिबंध पहले लगाए गए कड़े प्रतिबंधों की तुलना में बहुत ही सख्त हैं। सोमवार को यूरोपीय यूनियन ने अपनी सूची में रूस के अल्फा बैंक के स्वामी मिखाइल फ्रिडमैन और पीटर इवेन को भी शामिल कर लिया। जबकि इनकी पश्चिमी देशों के साथ मित्रता वाली छवि थी।
पुतिन तेज कर सकते हैं युद्ध
कुछ विश्लेषकों का मानना है कि पश्चिमी के कड़े प्रतिबंधों और यूक्रेन के प्रतिरोध के कारण पुतिन युद्ध को और तेज कर सकते हैं। रक्षा मंत्रालय ने जल, थल, नभ में अपने परमाणु हथियारों और सुविधाओं को अलर्ट पर रखने का आदेश जारी कर दिया है। कयास यह हैं कि अगर रूसी सेना कमजोर पड़ती है तो इन परमाणु सुविधाओं से जु़ड़े लोगों को सामने लाया जाएगा।
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