यूक्रेन से तनाव के बीच रूसी सेना ने शुक्रवार को अपने सामरिक परमाणु बलों के बड़े पैमाने पर अभ्यास का ऐलान किया है. यह घोषणा पश्चिम की आशंका के बीच की गई है कि रूस, यूक्रेन पर हमला करने की तैयारी कर रहा है. अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र में हमले को लेकर आशंका भी जताई है.
ड्रिल का निरीक्षण करेंगे पुतिन
रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शनिवार को होने वाले अभ्यास की व्यक्तिगत रूप से निगरानी करेंगे।.अभ्यास में लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइलों को भी शामिल किया जाएगा. क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेसकोव ने कहा कि पुतिन रक्षा मंत्रालय में एक कमरे से इस ड्रिल का निरीक्षण करेंगे.
मंत्रालय ने कहा कि इस अभ्यास की योजना कुछ समय पहले बनायी गई थी ताकि रूसी सैन्य कमान और सैनिकों की तैयारी के साथ ही अपने परमाणु और पारंपरिक हथियारों की विश्वसनीयता की जांच की जा सके. इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने गुरुवार को आगाह किया था कि रूस कुछ दिनों के अंदर यूक्रेन पर हमला कर सकता है.
बॉर्डर पर सैनिकों की तैनाती का दावा
पश्चिम की आशंका करीब 1.5 लाख रूसी सैनिकों के यूक्रेन की सीमाओं के पास जमा होने के मद्देनजर है. इनमें रूस की कुल जमीनी सेना का लगभग 60 प्रतिशत शामिल है. हालांकि, रूस जोर देता रहा है कि हमला करने का उसका कोई इरादा नहीं है, लेकिन उसकी मांग है कि अमेरिका और उसके सहयोगी देश, यूक्रेन व अन्य पूर्व सोवियत देशों को नाटो से बाहर रखें, यूक्रेन में हथियार तैनात न करें और पूर्वी यूरोप से नाटो फोर्स को वापस बुला लें.
अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने रूस की मांगों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है. इस बीच यूक्रेन ने पलटवार करते हुए कहा कि रूस समझौते पर हस्ताक्षर करने के तुरंत बाद उसे तोड़ देता है. समझौते का सम्मान ना करना हमेशा से रूस की कूटनीति का हिस्सा रहा है.