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रूसी सेना ने शुरू की न्यूक्लियर ड्रिल, रूस ने दिखाई दुनिया को ताकत, जानें क्या है मायने?

jantaserishta.com
21 Feb 2022 6:01 AM GMT
रूसी सेना ने शुरू की न्यूक्लियर ड्रिल, रूस ने दिखाई दुनिया को ताकत, जानें क्या है मायने?
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Russia-Ukraine Conflict Updates: रूस और यूक्रेन के बीच जंग का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने आशंका जताई है कि रूस कभी भी यूक्रेन पर हमला कर सकता है. उन्होंने ये भी अंदेशा जताया है कि रूस यूक्रेन की राजधानी कीव पर भी हमला कर सकता है. इसी बीच रूस ने बेलारूस में न्यूक्लियर ड्रिल (Nuclear Drill) की है. काला सागर (Black Sea) में भी रूसी नौसेना ने एक्सरसाइज की.

न्यूज एजेंसी के मुताबिक, रूस ने यूक्रेन को तीन ओर से घेर रखा है. उसकी सीमा के पास करीब 1.50 लाख से ज्यादा सैनिक तैनात हैं. कुछ समय पहले तक 1 लाख सैनिकों की तैनाती की रिपोर्ट थी. कुछ दिन पहले रूस ने यूक्रेन की सीमा से सैनिकों की वापसी का ऐलान किया था, लेकिन वहां रूसी सैनिकों की संख्या कम होने की बजाय बढ़ती ही जा रही है. रूस ने यूक्रेन की सीमा पर लड़ाकू विमान, सैन्य वाहन और उपकरण भी तैनात कर दिए हैं.
रूस और बेलारूस के बीच करीबी मानी जाती है. बेलारूस की सीमा यूक्रेन से लगती है. यहां कई दिनों से रूसी सैनिकों का युद्धाभ्यास चल रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिर, बेलारूस में रूस की करीब 30 हजार सैनिक मौजूद हैं. शनिवार को रूस ने बेलारूस में न्यूक्लियर ड्रिल भी की. जब दो देशों के बीच जंग जैसे हालात बन रहे हैं, तब न्यूक्लियर ड्रिल करना इस खतरे को और बढ़ा देती है.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) का कहना है कि रूस 1945 के दूसरे विश्व युद्ध के बाद यूरोप में सबसे बड़ी जंग की तैयारी कर रहा है. जर्मनी और ऑस्ट्रिया ने अपने देशों के नागरिकों को यूक्रेन को छोड़ने को कहा है.
तनाव के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) ने रूस को बातचीत का न्योता दिया है. उन्होंने कहा कि रूस जगह तय करे जहां दोनों देशों के नेता इस विवाद को बैठकर सुलझा सकें. उन्होंने शनिवार को जर्मनी के म्यूनिक में हुई इंटरनेशनल सिक्योरिटी कॉन्फ्रेंस में कहा कि यूक्रेन इस विवाद को डिप्लोमेसी के जरिए शांति से सुलझाने की पहल करता रहेगा. हालांकि, उन्होंने ये भी बताया कि रूस की ओर से कोई जवाब नहीं आया है.
यूरोपियन काउंसिल के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने रविवार को कॉन्फ्रेंस में कहा, 'क्या वाकई रूस बात करना चाहता है?' उन्होंने कहा कि अगर सैन्य आक्रामकता जारी रहती है तो हम रूस पर कई सारे प्रतिबंध लगाएंगे.
रूस ने यूक्रेन से सटी सीमा के आसपास रह रहे लोगों को निकालना शुरू कर दिया है. यूक्रेन सीमा से सटे डोनेत्स्क से लोगों को निकालकर रूस भेजा जा रहा है. न्यूज एजेंसी के मुताबिक, अब तक 7 लाख लोगों को पासपोर्ट जारी किए जा चुके हैं. डोनेत्स्क में कथित तौर पर रूस समर्थित अलगाववादियों का कब्जा है.
यहां के अधिकारियों को कहना है कि पिछले कई दिनों से यूक्रेनी सेना हमले कर रही है, जिसमें कथित तौर पर दो नागरिकों की मौत हो गई. हालांकि, यूक्रेन की सेना का कहना है कि उन्हें कोई भी जवाबी कार्रवाई न करने के आदेश हैं.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने निकाले गए हर नागरिक को 10 हजार रूबल (करीब 10 हजार रुपये) की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है.
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