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रूसी सेना पूर्वी यूरोप में अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए माल्डोवा पर कर सकता है हमला, जेलेंस्की ने किया खुलासा

Neha Dani
24 April 2022 1:46 PM GMT
रूसी सेना पूर्वी यूरोप में अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए माल्डोवा पर कर सकता है हमला, जेलेंस्की ने किया खुलासा
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लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि यह बातचीत करने वाली टीमों के बीच बातचीत की प्रगति पर निर्भर करेगा.

यूक्रेन (Ukraine) और रूस (Russia) में जंग जारी है. इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) ने खुलासा किया है कि रूस की सेना का अगला टारगेट कौन सा देश है. जेलेंस्की ने खुलासा किया है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) की सेना यूरोप कई देशों को निशाना बना सकती है. रूसी सेना का अगला टारगेट माल्डोवा (Moldova) है.

यूक्रेन से लगता है मॉल्डोवा का बॉर्डर
डेली स्टार में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, माल्दोवा एक छोटा देश है, जिसकी सीमा यूक्रेन से लगती है. जेलेंस्की ने दावा किया है कि व्लादिमीर पुतिन का अगला टारगेट माल्डोवा है, क्योंकि रूसी राष्ट्रपति पूर्वी यूरोप में अपनी पहुंच बढ़ाना चाहते हैं. माल्डोवा की आबादी करीब 26 लाख है. मॉल्डोवा का क्षेत्रफल लंदन का लगभग एक-तिहाई है.
माल्डोवा ने रूसी राजदूत को भेजा समन
जान लें कि माल्दोवा ने बीते शुक्रवार को एक रूसी राजदूत को तब समन भेजा था जब एक वरिष्ठ रूसी कमांडर ने कहा था कि वे देश के एक हिस्से के लिए एक रास्ता बनाना चाहते हैं जहां रूसी सैनिक पहले से ही रहते हैं. उन्होंने एक अलग क्षेत्र बनाने की मंशा को जाहिर किया था.
जेलेंस्की ने की ये अपील
उन्होंने आगे कहा कि सभी देश जो हमारी तरह मौत पर जीवन की जीत में विश्वास करते हैं, उन्हें हमारे साथ लड़ना चाहिए. उन्हें हमारी मदद करनी चाहिए क्योंकि हम कतार में सबसे आगे हैं.
गौरतलब है कि यूक्रेनी राष्ट्रपति पहले ही चेतावनी दे चुके हैं कि रूस का यूक्रेन पर हमला तो बस एक शुरुआता है. पुतिन की सेना कई अन्य देशों को भी निशाना बना सकती है. माल्डोवा की चिंता इस बात से भी बढ़ गई है क्योंकि रूसी सेना ने यूक्रेन के Odessa शहर पर भी हमले शुरू कर दिए हैं, जो माल्डोवा के बॉर्डर से महज 55 किलोमीटर दूर है.
जेलेंस्की ने कहा कि मैं युद्ध को रोकना और इसे खत्म करना चाहता हूं. एक राजनयिक और दूसरा सैन्य रास्ता है. कोई भी स्वस्थ व्यक्ति राजनयिक रास्ता चुनेगा क्योंकि वह जानता है कि भले ही यह कठिन हो, यह लाखों लोगों के नुकसान को रोक सकता है. इस बीच, पुतिन ने जेलेंस्की के साथ बैठक से इनकार नहीं किया है, लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि यह बातचीत करने वाली टीमों के बीच बातचीत की प्रगति पर निर्भर करेगा.


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