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सैनिकों की मौत और युद्ध के दौरान बंदी बनाए गए सैनिकों की जांच में शामिल होने का निमंत्रण दिया है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (President Volodymyr Zelensky) ने पूर्वी Denetsk में बचे अपने बचे हुए नागरिकों से तुरंत वहां से भाग निकलने को कहा है। हालांकि, ये इलाका अब भी यूक्रेन के ही नियंत्रण में है। राष्ट्रपति जेलेंस्की के ऐसा कहने की सबसे बड़ी वजह यहां पर रूसी सेना द्वारा किए जा रहे जबरदस्त हमले हैं। इस इलाके में रूसी और यूक्रेनी सेना के बीच जबरदस्त घमासान मचा हुआ है।
रूसी सेना जहां यहां पर पूर्ण नियंत्रण पाने की कोशिश में है वहीं यूक्रेनी सेना उन्हें पीछे खदेड़ने के लिए पूरी ताकत लगा रही है। राष्ट्रपति जेलेंस्की ने शनिवार की रात एक देश को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्वी Denetskमें हजारों लोग और बच्चे मौजूदा हैं। इनमें से कई ने वहां से निकलने को मना कर दिया है। लेकिन ये जरूरी है कि वे वहां से बाहर निकल आएं। जितना जल्दी हो उन्हें वहां से बाहर निकल आना चाहिए।
उन्होंने इस बात की भी आशंका जताई है कि यदि वे वहां से नहीं निकले तो रूसी सेना के जवान उन्हें मार देंगे। सरकार ने इससे पहले पूर्वी Denetsk से सभी को जरूरी तौर पर बाहर निकालने का आदेश दिया था। जेलेंस्की ने कहा कि वहां से बाहर आने वालों को पूरी सुरक्षा में वहां से निकाला जाएगा। इसके अलावा उन्हें आर्थिक मदद भी दी जाएगी। जेलेंस्की ने अपनी भावुक अपील में कहा कि वो केवल यही चाहते हैं कि वो सुरक्षित रहें।
यूकेन के राष्ट्रपति ने कहा कि वो रूस की तरह नहीं हैं। उनके लिए हर इंसान की जिंदगी कीमती है। इसलिए वो जितना जल्दी हो वहां से सभी को सुरक्षित निकाल लेना चाहते हैं। वहां पर रूस की फौज का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। जेलेंस्की ने कहा कि मौजूदा समय में युद्ध का खतरा ही रूस के लिए सबसे बड़ा हथियार बन गया है। इसलिए ये जरूरी हो गया है कि यूक्रेन के चाहने वालों को जिंदा और सुरक्षित रखा जाए। ये केवल मानवता के लिए ही जरूरी नहीं है बल्कि उनकी आजादी के लिए भी बेहद जरूरी है।
जेलेंस्की ने रूस को एक आतंकवादी देश करार दिया है। इससे पहले उप प्रधानमंत्री Iryna Vereshchuk ने इस इलाके से सभी को सुरक्षित बाहन निकलने का आदेश दिया था। अपने संदेश में उन्होंने कहा कि जहां पर रूस का कब्जा नहीं हुआ है वहां से लोग तुरंत बाहर निकल जाएं। उन्होंने यहां तक कहा कि जो लोग वहां से बाहर नहीं आना चाहते हैं उन्हें इसके लिए एक फार्म पर साइन करना होगा। वो ये भी जान लें कि इसके क्या परिणाम होंगे। इस फैसले के बाद वो अपने जीवन के लिए खुद उत्तरदायी होंगे।
उप प्रधानमंत्री ने कहा कि इस इलाके में गैस की सप्लाई पूरी तरह से ठप है। उन्होंने पाइपलाइन की मरम्मत भी कर दी है लेकिन दुश्मन लगातार इस बारे में उन्हें धोखा दे रहा है। दुश्मन ने सर्दियों में यूक्रेनियों को गर्म रखने के सभी विकल्प खत्म कर दिए हैं। सर्दियों में Denetsk क्षेत्र में इंसान खुद को गर्म नहीं रख सकेंगे। उनके मुताबिक Denetskमें करीब 52 हजार बच्चे हैं, जिनको सुरक्षित बाहर निकालने की जरूरत है। उन्हें युद्ध की आग में नहीं झोंका जा सकता है। Denetsk में लाइट भी नहीं है। ये पूरा इलाका अंधेरे में है। बता दें कि रूस ने संयुक्त राष्ट्र और रेड क्रास को 54 यूक्रेनी सैनिकों की मौत और युद्ध के दौरान बंदी बनाए गए सैनिकों की जांच में शामिल होने का निमंत्रण दिया है।
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