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रूस यूक्रेन युद्ध, अब पुतिन पीछे हटने को मजबूर होंगे! अमेरिका ने उठाया ये कदम

jantaserishta.com
20 May 2022 7:38 AM GMT
रूस यूक्रेन युद्ध, अब पुतिन पीछे हटने को मजबूर होंगे! अमेरिका ने उठाया ये कदम
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Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन की जंग को तीन महीने होने जा रहे हैं और अब तक युद्ध किसी अंजाम तक नहीं पहुंचा है. इसकी एक वजह यूक्रेन को दूसरे देशों से मिल रही सैन्य मदद भी है. अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों ने यूक्रेन को भारी हथियार मुहैयार कराए हैं. इससे यूक्रेन को रूस के जमीनी और हवाई हमलों का जवाब देने में काफी मदद मिली. इसी बीच अब समंदर में भी रूस के हमलों का जवाब देने के लिए अमेरिका यूक्रेन को एंटी-शिप मिसाइल देने की तैयारी कर रहा है.

न्यूज एजेंसी ने अमेरिकी अधिकारियों और सांसदों के हवाले से बताया है कि अमेरिका यूक्रेन को दो तरह की एंटी-शिप मिसाइल देने की तैयारी में है. इनमें एक मिसाइल Harpoon है, जिसे Boeing ने बनाया है, जबकि दूसरी Naval Strike Missile है, जिसे Kongsberg और Raytheon Technologies ने मिलकर बनाया है. ये मिसाइलें लंबी दूरी तक मार कर सकती हैं और युद्धपोतों को डुबा सकती हैं.
न्यूज एजेंसी ने बताया कि ये मिसाइलें या तो सीधे यूक्रेन को भेजी जाएंगी या फिर यूरोपीय देशों के जरिए वहां तक पहुंचाई जाएंगी. अप्रैल में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने पुर्तगाल से Harpoon Missile देने की अपील की थी.
Harpoon Missile की रेंज 300 किलोमीटर तक है. वहीं, Naval Strike Missile की रेंज 250 किमी है, जिसे यूक्रेन के तट से भी लॉन्च किया जा सकता है. अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, इन दोनों मिसाइलों की कीमत 1.5 मिलियन डॉलर प्रति राउंड है.
ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय का दावा है कि अभी भी ब्लैक सी (काला सागर) में रूसी नौसेना की सबमरीन समेत 20 जहाज मौजूद हैं. एक्सपर्ट का मानना है कि अमेरिकी मिसाइलें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) को ब्लैक सी से अपने जहाज वापस बुलाने को मजबूर कर सकती हैं.
अमेरिकी थिंक टैंक हड्सन इंस्टीट्यूट के नेवल एक्सपर्ट ब्रयान क्लार्क ने न्यूज एजेंसी को बताया कि Harpoon जैसी 12 से 24 एंटी शिप मिसाइलें रूसी जहाजों को डराने-धमकाने के लिए पर्याप्त हैं. उन्होंने कहा कि अगर पुतिन अपनी जगह पर कायम रहते हैं तो इन मिसाइलों के जरिए रूसी जहाजों को वहां से हटा सकता है, क्योंकि उनके पास ब्लैक सी में छिपने की जगह नहीं है.
ब्लैक सी में रूस को पहले ही बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है. बीते महीने यूक्रेन के हमले में ब्लैक सी में मौजूद रूसी युद्धपोत Moskva डूब गया था. हालांकि, रूस ने दावा किया था कि किलर मिसाइलों से लैस इस युद्धपोत के गोला-बारूद में आग लग जाने की वजह से इसमें विस्फोट हो गया था.
न्यूज एजेंसी ने अमेरिकी सूत्रों के हवाले से बताया है कि कई सारे यूरोपीय देश यूक्रेन तक मिसाइल पहुंचाना चाहते हैं, लेकिन रूस के डर से कोई भी पहला देश नहीं बनना चाहता. एक अमेरिकी अधिकारी ने ये भी बताया कि एक देश है जो यूक्रेन को सबसे पहले मिसाइल सप्लाई करने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि एक बार कोई देश यूक्रेन तक मिसाइल पहुंचा देगा, तो उसके बाद बाकी देश भी आगे आ जाएंगे.
इन मिसाइलों के अलावा यूक्रेन M270 मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम (MLRS) को भी खरीदने जा रहा है. इसे लॉकहिड मार्टिन ने तैयार किया है. इससे 70 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तक मारा जा सकता है.
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