रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को करीब पांच सप्ताह से अधिक का समय हो चुका है। दोनों देश पीछे हटने को राजी नहीं है। दोनों देशों के युद्ध के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूस को खबरदार किया है। उन्होंने कहा है कि रूस नाटो की सीमा में एक इंच घुसने की नहीं सोचे वरना इसके परिणाम अच्छे नहीं होंगे। युद्ध या तीसरे विश्व युद्ध का नाम लिए बगैर बाइडन ने पुतिन को ललकारा है। यह पहली बार है जब बाइडन ने रूस के खिलाफ सख्त चेतावनी दी है। खास बात यह है कि नाटो संगठन की बैठक के बाद बाइडन का यह बयान सामने आया है। यूक्रेन संघर्ष के दौरान यह रूस के लिए एक गाइडलाइन है। बाइडन ने साफ कर दिया है कि रूसी सेना को यूक्रेन तक ही सीमित रहना होगा। इस दौरान उन्होंने कहा कि नाटो एकजुट है। उसे तोड़ा नहीं जा सकता है। आखिर बाइडन के तेवर अचानक क्यों सख्त हुए? इसके पीछे बड़ी वजह क्या है? क्या रूसी राष्ट्रपति पुतिन पर बाइडन के इस चेतावनी का असर होगा?