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रूस-यूक्रेन युद्ध: आकाश में मंडराया अमेरिकी 'महाविनाश का विमान', जानिए खासियत
jantaserishta.com
2 March 2022 11:48 AM GMT
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फोटो क्रेडिट: एएफपी
नई दिल्ली: रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने कुछ दिन पहले कहा कि वो अपने देश की परमाणु सेना को हाई अलर्ट पर रख रहे हैं. इसके बाद अमेरिका ने 28 फरवरी 2022 को एक ऐसा विमान उड़ाया, जो परमाणु बम के हमले से उसमें बैठे लोगों को बचा सकता है. इसे न्यूक्लियर बम रेजिसटेंट डूम्सडे प्लेन (Doomsday Plane) यानी 'कयामत के दिन का विमान' कहते हैं.
डूम्सडे प्लेन (Doomsday Plane) असल में बोईंग-747 (Boeing-747) विमान को मॉडिफाई करके बनाया गया है. मॉडिफिकेशन के बाद इसे तकनीकी नाम दिया गया बोईंग ई-4बी (Boeing-E4B). इस विमान ने 28 फरवरी को नेब्रास्का के यूएस एयरफोर्स बेस से उड़ान भरी और साढ़े चार घंटे की यात्रा पूरी करके शिकागो में उतरा. इस बात की खबर ब्रिटिश न्यूज साइट iNews ने दी थी.
इस छोटी सी उड़ान के समय इस विमान के साथ कुछ अर्ली वॉर्निंग जेट्स भी थे, जो किसी भी तरह के बैलिस्टिक मिसाइल के हमले की खबर लगा सकते हैं. डूम्सडे प्लेन (Doomsday Plane) यानी बोईंग ई-4बी (Boeing-E4B) अमेरिकी मिलिट्री द्वारा मेंटेन किये जा रहे नाइटवॉच एयरक्राफ्ट (Nightwatch Aircraft) की फ्लीट का हिस्सा है. इस फ्लीट को अमेरिकी सेना 1970 से चला रही है. इस फ्लीट में अमेरिकी राष्ट्रपति का विमान एयरफोर्स वन भी है.
बोईंग ई-4बी (Boeing-E4B) को बनाने के पीछे मकसद था कि परमाणु युद्ध के समय इसे उड़ने वाले कमांड सेंटर में बदल दिया जाएगा. इसमें मिलिट्री के उच्च अधिकारी हवा में उड़ते हुए दुश्मन से लड़ने की रणनीति बनाएंगे. इस विमान में सुरक्षा के कुछ ऐसे प्रबंध किए गए हैं, जो किसी आम बोईंग-747 में देखने को नहीं मिलता. यह विमान एंटीक एनालॉग यंत्रों पर काम करता है. इसमें आधुनिक डिजिटल यंत्र नहीं है. इसलिए इस विमान को ट्रैक करना या हैक करना आसान नहीं होगा.
परमाणु विस्फोट से निकलने वाले इलेक्ट्रोमैग्नेटिक तरंगों का भी इस विमान पर असर नहीं होगा. इस विमान का एनालॉग सिस्टम काम करता रहेगा. इस विमान में खिड़कियां न के बराबर हैं. इसमें खास तरह की शील्डिंग की व्यवस्था है जो इसके अंदर बैठे लोगों और क्रू को परमाणु युद्ध से निकलने वाली गर्मी और रेडिएशन से बचाता है. इसी विमान का एक वैरिएंट एयरफोर्स वन (Airforce One) के लिए तैयार किया गया है.
विमान के सबसे ऊपरी हिस्से को रैडोम (Radome) कहते हैं, यहां पर 65 सैटेलाइट डिश और एंटीना लगे हैं. ताकि बोईंग ई-4बी (Boeing-E4B) जहाजों, युद्धपोतों, पनडुब्बियों, जंगी जहाजों और जमीनी लैंडलाइन फोन से संपर्क कर सके. इसके अलावा इस विमान की कई खासियतों का खुलासा नहीं किया गया है. अमेरिका हर समय एक बोईंग ई-4बी (Boeing-E4B) प्लेन को पूरी तरह से युद्ध के लिए तैयार रखता है. इसकी लगातार ट्रेनिंग और उड़ान होती रहती है. ताकि अचानक से जरुरत पड़ने पर इन्हें तुरंत आसमान में ले जाया जा सके.
हालांकि अभी तक यह पुष्ट नहीं है कि 28 फरवरी की उड़ान पुतिन के बयान के बाद सीधे तौर पर की गई थी. या फिर रूटीन एक्सरसाइज को बढ़ाया गया था. अमेरिकी सरकार ने सोमवार को कहा था कि परमाणु युद्ध की तैयारियों को लेकर अमेरिका का रुख बदलेगा नहीं. हमें रूस से डरने की जरूरत नहीं है. बोईंग ई-4बी (Boeing-E4B) का फ्यूल टैंक इतना बड़ा है कि यह कई दिनों तक हवा में उड़ान भरता रह सकता है. अमेरिकी वायुसेना के पास ऐसे चार प्लेन है. हर प्लेन की ऊंचाई छह मंजिला इमारत के जितनी है. हर प्लेन में 18 बंक्स हैं. छह बाथरूम हैं. एक गैले और एक ब्रीफिंग रूम है. हर प्लेन में कुल मिलाकर 112 लोग उड़ान भर सकते हैं.
बोईंग ई-4बी (Boeing-E4B) की लंबाई 231 फीट है. विंगस्पैन 195.8 फीट है. ऊंचाई 63.5 फीट है. इसमें चार जनरल इलेक्ट्रिक एफ103 टर्बोफैन इंजन लगे हैं. यह अधिकतम 969 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ सकता है. एक बार में 11,500 किलोमीटर की यात्रा कर सकता है. अगर हवा में ही ईंधन भरने की व्यवस्था की जाए तो यह 150 से ज्यादा घंटों तक उड़ान भरता रह सकता है. इसकी सर्विस सीलिंग 45 हजार फीट है.
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