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रूस-यूक्रेन तनाव : रूस ने बेलारूस के आकाश में अपने दो बमवर्षक विमान उड़ाए, यूक्रेन के नजदीक से गुजरे

Bhumika Sahu
6 Feb 2022 3:34 AM GMT
रूस-यूक्रेन तनाव : रूस ने बेलारूस के आकाश में अपने दो बमवर्षक विमान उड़ाए, यूक्रेन के नजदीक से गुजरे
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रूस और बेलारूस के बीच प्रगाढ़ रक्षा संबंध और समझौता है। पता चला है कि यूक्रेन के नजदीक आर्कटिक सागर और भूमध्य सागर में भी रूसी युद्धपोतों का जमावड़ा बढ़ रहा है। ये युद्धपोत बहुत कम समय में काला सागर में पहुंच सकते हैं जिसके किनारे यूक्रेन स्थित है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रूस ने शनिवार को बेलारूस के आकाश में अपने दो बमवर्षक विमान उड़ाए। टीयू-22 एम 3 बमवर्षक विमान परमाणु हमला करने में सक्षम हैं। बेलारूस की सेनाओं के साथ रूसी सेनाओं का इन दिनों युद्धाभ्यास चल रहा है। बेलारूस की सीमा यूक्रेन से लगती है। आशंका जताई जा रही है कि रूस बेलारूस के जरिये यूक्रेन को घेर रहा है और हमले के समय एक साथ कई मोर्चे खोलेगा। बेलारूस से यूक्रेन की राजधानी कीव मात्र 75 किलोमीटर दूर है।

पता चला है कि रूस ने सुदूर साइबेरिया से अपनी सेना को स्थानांतरित किया है और देश के पूर्वी हिस्से में मौजूद सैनिकों को बेलारूस भेजा है। इस तरह से बेलारूस में रूसी सैनिकों की संख्या बढ़ाई जा रही है। नाटो बेलारूस में 30 हजार रूसी सैनिक होने का दावा कर चुका है जो 1991 के बाद सबसे ज्यादा हैं। रूस और बेलारूस के बीच प्रगाढ़ रक्षा संबंध और समझौता है। पता चला है कि यूक्रेन के नजदीक आर्कटिक सागर और भूमध्य सागर में भी रूसी युद्धपोतों का जमावड़ा बढ़ रहा है। वहां से ये युद्धपोत बहुत कम समय में काला सागर में पहुंच सकते हैं जिसके किनारे यूक्रेन स्थित है।
परमाणु हथियार नष्ट कर पछता रहा यूक्रेन
1991 में सोवियत संघ के विघटन के बाद स्वतंत्र अस्तित्व में आए यूक्रेन के पास उस समय पांच हजार परमाणु हथियार और लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइलें थीं। परमाणु हथियारों का यह जखीरा उस समय रूस और अमेरिका के बाद सर्वाधिक था। लेकिन परमाणु निरस्त्रीकरण की दिशा में आगे बढ़ते हुए यूक्रेन ने ये परमाणु हथियार बाद में नष्ट कर दिए। अब जबकि उस पर रूस के हमले का खतरा मंडरा रहा है तब उसे अपने पुराने फैसले को लेकर पछतावा हो रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस समय यूक्रेन के पास परमाणु हथियार होते तो वे उसे प्रतिरोधी ताकत देते और तब यूक्रेन बराबरी के स्तर पर रूस के सामने वार्ता की टेबल पर बैठने लायक होता।


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