रूस और यूक्रेन के बीच उपजे तनाव से अब तीसरे महायुद्ध का खतरा पैदा हो गया है. यूक्रेन और बेलारूस के बीच लगते बॉर्डर के पास रूस की आर्मी के कैंप नजर आए हैं. इन तस्वीरों ने ये भय पैदा कर दिया है कि रूस कहीं यूक्रेन पर हमला न कर दे. यूक्रेन देश पूर्व में सोवियत संघ का हिस्सा रहा है.
9 महीने के लिए अब घर नहीं जा सकते सैनिक
The Sun की खबर के अनुसार, रूस ने अपने सैनिकों से कह दिया है कि अपने परिवार को वह बता दें कि अब 9 महीने तक वह घर से दूर रहेंगे. रूस की सेना बेलारूस के पास है जहां से यूक्रेन का उत्तरी बॉर्डर 20 मील दूर है. अभी हाल ही में रूस के पूर्वी इलाके से सेना का मूवमेंट पश्चिमी हिस्से के तरफ हुआ था.
नए वीडियो में दिखा सेना के साजो-सामान का मूवमेंट
अभी जो नए वीडियो सामने आए हैं उसमें बेलारूस और रूस के सैनिक साथ मिलकर सैनिक अभ्यास कर रहे हैं. ट्रेन के माध्यम से रॉकेट लॉन्चर, आर्मर्ड व्हीकल्स, कम्युनिकेशन ट्रक बेलारूस के गोमेल और रेचित्सा कस्ब के पास दिखे हैं. किसी भी देश को जीतने के लिए जो आर्मी पुलिस होती है, वह भी यूक्रेन की सीमा के काफी पास देखी गई है. यह बात Radio Liberty and the Conflict Intelligence Team ने अपनी एक स्टडी में बताई है.
सेना के मूवमेंट पर रूस ने दी ये सफाई
सेना के इस मूवमेंट के बारे में रूस ने कहा कि यूक्रेन के सीमावर्ती देश पोलैंड और लिथआनिया में जो सैन्य निर्माण किया जा रहा है, उसकी प्रतिक्रिया के रूप में यह अभ्यास हो रहा है.
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रूस के विदेश मंत्रालय में स्पोकपर्सन मारिया जाखारोवा ने कहा कि हम बेलारूस की बाहरी सीमाओं पर नाटो की सैन्य उपस्थिति से चिंतित हैं क्योंकि बेलारूस हमारा सहयोगी देश है. इस संबंध में रूस और बेलारूस को संयुक्त हवाई गश्त, नियमित संयुक्त प्रशिक्षण, अभ्यास आदि करना पड़ रहा है.
नाटो देशों का यूक्रेन की सीमा के पास दखल बढ़ा
इसी मामले में एक दिन पहले अमेरिका ने नाटो के सहयोगियों एस्टोनिया, लिथुआनिया और लातविया को आक्रमण को रोकने में मदद करने के लिए यूक्रेन में यूएस-निर्मित एंटी-आर्मर रॉकेट भेजने के लिए अधिकृत किया. पेंटागन आने वाले दिनों में और 200 मिलियन डॉलर के हथियार, बारूद और उपकरण भेजने के लिए भी तैयार है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बारे में दिया ये बयान
इस मामले में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने व्लादिमीर पुतिन के बारे में कहा है कि मेरा अनुमान है कि वह यूक्रेन के अंदर तक चले जाएंगे, इस वजह से उन्हें कुछ करना होगा. यदि ऐसा होता है मुझे लगता कि उन्हें ऐसा करने पर पछतावा होगा.
बता दें कि यूक्रेन के अधिकार में आने वाले क्रीमिया द्वीप पर कब्जे और यूक्रेन को नाटो में शामिल न होने देने के लिए चल रहा रूस और यूक्रेन के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है. इस विवाद में अब दुनिया की दो महाशक्तियों के बीच जंग होने के खतरे ने दुनिया की चिंताएं बढ़ा दी हैं. रूस ने यूक्रेन की सीमा पर पौने दो लाख जवानों को तैनात कर दिया. वहीं रूसी सैनिक यूक्रेन की सीमा से सटे बेलारूस भी पहुंच गए हैं. इसके जवाब में कनाडा और ब्रिटेन ने यूक्रेन को सैन्य सहायता और युद्ध सामान देना शुरू कर दिया है जिससे रूस, यूक्रेन पर चढ़ाई करे तो उसका जवाब दिया जा सके.