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वहीं जर्मनी और ऑस्ट्रिया ने अपने देशों के नागरिकों को यूक्रेन को छोड़ने को कहा है.
रूस और यूक्रेन के बीच जंग का खतरा टला नहीं है. अमेरिका (US) के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने फिर आशंका जताई है कि रूस (Russia) कभी भी यूक्रेन (Ukraine) पर हमला कर सकता है. उन्होंने ये अंदेशा भी जताया है कि रूस इस बार सीधे यूक्रेन की राजधानी कीव (Kiev) पर हमला कर सकता है.
इस ड्रिल से बढ़ी चिंता
इसी बीच रूस (Russia) ने बेलारूस में न्यूक्लियर ड्रिल (Nuclear Drill) के साथ काला सागर (Black Sea) में युद्धाभ्यास किया है. रॉयटर्स में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, रूस ने यूक्रेन को तीन ओर से घेर रखा है. पुतिन ने खुद इस न्यूक्लियर ड्रिल को मॉनिटर किया है. यूक्रेन सीमा पर अब भी रूसी फोर्स का जमावड़ा है. जबकि रूस ने यूक्रेन की सीमा से सैनिकों की वापसी का ऐलान किया था. इसके बावजूद रूसी सैनिकों की तादाद वहां बढ़ रही है. पूर्वी यूक्रेन में शेलिंग बढ़ी है.
रूस ने यूक्रेन की सीमा पर लड़ाकू विमान, मिलिट्री व्हीकल समेत भारी हथियारों की तैनाती की है. पुतिन के दिमाग में क्या चल रहा है कोई नहीं जानता लेकिन इस सूरतेहाल में जियो पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स का मानना है कि जब दो देशों के बीच जंग जैसे हालात हों तब न्यूक्लियर ड्रिल उस खतरे को और बढ़ा देती है.
युद्ध रोकने की कोशिशें जारी
तनाव के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) ने रूस को बातचीत का न्योता दिया है. उन्होंने कहा कि रूस जगह तय करे जहां दोनों देशों के नेता इस विवाद को बैठकर सुलझा सकें. आपको बता दें कि इस पहल का रूस ने फिलहाल कोई जवाब नहीं दिया है. वहीं पश्चिमी देशों की बात करें तो ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) का कहना है कि रूस 1945 के दूसरे विश्व युद्ध के बाद यूरोप में सबसे बड़ी जंग की तैयारी कर रहा है. वहीं जर्मनी और ऑस्ट्रिया ने अपने देशों के नागरिकों को यूक्रेन को छोड़ने को कहा है.
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