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रूस ने शुरू की यूक्रेन की नाकाबंदी, 1.30 लाख सैनिक और हथियारों से तीन तरफ से घेरा, क्या होकर रहेगा युद्ध?
Renuka Sahu
15 Feb 2022 5:18 AM GMT
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फाइल फोटो
रूस और यूक्रेन के बीच लगातार सीमा पर तनाव बरकरार है. रूस ने यूक्रेन की सीमा पर हथियारों और सैनिकों की बड़ी संख्या को तैनात कर दिया है. ऐ
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच लगातार सीमा पर तनाव बरकरार है. रूस ने यूक्रेन (Russia-Ukraine Tensions) की सीमा पर हथियारों और सैनिकों की बड़ी संख्या को तैनात कर दिया है. ऐसे में इस समय युद्ध की आहट तेज हो गई है. मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि यूक्रेन की सीमा पर 1.3 लाख सैनिकों की तैनाती की गई है. इसके अलावा, रूस ने टैंक, भारी हथियार और मिसाइलों को भी यूक्रेन की ओर तैनात कर दिया है. बताया गया है कि रूस ने बड़े पैमाने पर युद्ध (Russia-Ukraine) की तैयारी की हुई है, क्योंकि इसने यूक्रेन को तीन तरफ से घेर लिया है.
वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से करीब एक घंटे तक बातचीत की. उनके सहयोगियों ने बाद में बताया कि जेलेंस्की ने बाइडेन से कहा कि यूक्रेन के लोग रूस की मजबूत सेना की ओर से संभावित हमले के मद्देनजर भरोसेबंद संरक्षण में हैं. जेलेंस्की ने अमेरिकी चेतावनियों को तवज्जो न देने की कोशिश की है. उन्होंने कहा, हम सभी खतरों को समझते हैं. हमें पता है कि खतरा है. उन्होंने कहा कि किसी के पास इसे लेकर अतिरिक्त जानकारी है कि रूस 16 फरवरी से हमला कर सकता है तो वे सूचना उन्हें भेजें. जेलेंस्की क्रीमिया से लगती सीमा के पास टैंक और हेलीकॉप्टर से अभ्यास के दौरान सैन्य वर्दी पहने हुए नजर भी आए हैं.
आज यूक्रेन में सैन्य अभ्यास को निशाना बना सकता है रूस
अमेरिका के एक अधिकारी ने बताया है कि रूस ने यूक्रेन से लगती सीमा पर तैनात अपने सैनिकों की संख्या बढ़ाकर 1.30 लाख से ज्यादा कर दी है. इससे पहले रूस ने सीमा पर एक लाख से अधिक सैनिकों को तैनात किया हुआ था. अमेरिका और यूरोप के दो अधिकारियों ने बताया कि हाल के दिनों की खुफिया पड़तालों ने चिंता बढ़ाई है. उनके मुताबिक, रूस पूर्वी यूक्रेन में मंगलवार को होने वाले सैन्य अभ्यास को निशाना बनाने की कोशिश कर सकता है और इसके बहाने से देश पर हमला कर सकता है. रूस की सेना ने यूक्रेन को उत्तर, पूर्वी और दक्षिण की ओर से घेरा हुआ है. वहीं क्रेमलिन का कहना है कि सैनिकों की तैनाती सैन्य अभ्यास के लिए की गई है.
पूर्वी यूक्रेन: यहां के डोनेत्स्क और लुहंस्क में यूक्रेन की सेना और रूस समर्थित अलगाववादियों के बीच 2014 से ही संघर्ष चल रहा है. रूस पर नजर रखने वाले लोगों का कहना है कि वह यहां पर सैन्य क्षमता को बढ़ा सकता है. इस तरह यहां से हमला करना सबसे आसान तरीका होगा. CNN द्वारा हासिल की गई सैटेलाइट तस्वीरों से पता चलता है कि येल्नया में रूसी सैन्य अड्डे को खाली कराया गया है. यहां मौजूद 700 टैंक, वाहन और बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्चर को यूक्रेन की सीमा पर तैनात कर दिया गया है.
बेलारूस: रूस का दोस्त बेलारूस हमले के लिए एक अन्य रास्ता दिखा सकता है. गुरुवार से दोनों मुल्कों ने 10 दिनों के सैन्य अभ्यास की शुरुआत की है. शीतयुद्ध के बाद से रूस ने यहां पर बड़ी मात्रा में हथियारों की तैनाती की है. यहां पर 30 हजार लड़ाकू सैनिक, स्पेशल फोर्स, SU-35 लड़ाकू विमान, इस्कंदर मिसाइल और एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम तैनात किए गए हैं. कुछ लोगों का मानना है कि रूस बेलारूस के जरिए उत्तर से यूक्रेन पर हमला कर सकता है.
क्रीमिया: रूस ने 2014 में क्रीमिया पर कब्जा कर लिया था. अब ये इलाका नए अभियानों के लिए मुख्य जमीन की भूमिका निभाने वाला है. लेकिन ये स्पष्ट नहीं है कि मॉस्को क्रीमिया से यूक्रेन में कदम रखने का प्रयास करेगा या नहीं. Maxar द्वारा प्रदान किए गए सैटेलाइट तस्वीरों से मालूम चलता है कि यहां पर सैनिकों और हथियारों की बड़ी तैनाती की गई है. इससे पता चलता है कि यहां पर 550 से अधिक सैन्य तंबू और सैकड़ों वाहन पहुंच चुके हैं.
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