विश्व
रूस ने कहा-भारत हमारा भरोसेमंद सहयोगी, पाकिस्तान के साथ हमारे रिश्ते सीमित
Apurva Srivastav
14 April 2021 2:33 PM GMT
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भारत को एक ‘विश्वसनीय सहयोगी’ करार देते हुए रूस (Russia) ने बुधवार को कहा कि दोनों देशों के बीच कोई गलतफहमी नहीं है
भारत को एक 'विश्वसनीय सहयोगी' करार देते हुए रूस (Russia) ने बुधवार को कहा कि दोनों देशों के बीच कोई गलतफहमी नहीं है और पाकिस्तान के साथ स्वतंत्र संबंधों के आधार पर रूस का सीमित सहयोग है. रूसी मिशन के उप प्रमुख रोमन बाबुश्किन ने हाल ही में भारत और पाकिस्तान की, नियंत्रण रेखा (LoC) पर 2003 के संघर्ष विराम समझौते (Ceasefire Agreement) का सख्ती से पालन करने की प्रतिबद्धता का स्वागत किया और कहा कि यह क्षेत्रीय स्थिरता के लिए बेहद महत्वपूर्ण कदम है.
बाबुश्किन के साथ एक जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में रूसी राजदूत (Russian Ambassador) निकोलाई कुदाशेव ने पश्चिमी देशों की हिन्द प्रशांत (Indo-Pacific strategy) रणनीति की आलोचना करते हुए इसे खतरनाक और शीत युद्ध की मानसिकता को उभारने का प्रयास बताया. वहीं, बाबुश्किन ने कहा कि भारत को अफगानिस्तान के मुद्दे पर क्षेत्रीय आम सहमति बनाने की प्रक्रिया में हिस्सा लेना चाहिए और अफगान शांति प्रक्रिया को लेकर नई दिल्ली और मास्को का रूख समान है.
"भारत और रूस के बीच कोई गलतफहमी नहीं"
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव की भारत यात्रा और उसके बाद उनके इस्लामाबाद दौरे को लेकर बनी धारणा के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में बाबुश्किन ने कहा कि रूस के पाकिस्तान के साथ स्वतंत्र संबंध हैं और किसी देश के साथ बने रिश्तों को किसी दूसरे देश के खिलाफ नहीं माना जाना चाहिए. उन्होंने कहा, ''यह देखने का कोई कारण नहीं है कि हमारे (भारत और रूस) बीच किसी तरह की भिन्नता या गलतफहमी है. भारत-रूस संबंधों में ऐसी कोई बात नहीं है.''
"भारत है रूस का भरोसेमंद सहयोगी"
दूसरी ओर, कुदाशेव ने कहा कि भारत, रूस का विश्वसनीय सहयोगी है और दोनों देशों के बीच के रिश्ते मजबूत, समान, सद्भावनापूर्ण और 'आगे बढ़ने वाले' हैं. रूसी विदेश मंत्री लावरोव की छह अप्रैल की भारत यात्रा को लेकर उन्होंने कहा कि इस यात्रा का मकसद इस साल के उतरार्द्ध में होने जा रहे भारत-रूस शिखर वार्ता (Indo-Russian summit) की तैयारियां करना था.
इस बीच, बाबुश्किन ने कहा कि भारत, पाकिस्तान, रूस सभी शंघाई सहयोग संगठन (Shanghai Cooperation Organization) के सदस्य हैं और इन सबके बीच क्षेत्रीय सुरक्षा, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई, अन्य खतरों से मुकाबले सहित अन्य क्षेत्रों में सहयोग है. उन्होंने कहा कि 'रूस का पाकिस्तान के साथ भारत की तुलना में सीमित सहयोग है. हालांकि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई साझा एजेंडा है, इसलिए हम पाकिस्तान को आतंकवाद को रोकने के प्रयास में सहयोग करते हैं.'
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