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रूस ने अपनी रिपोर्ट में कहा- तालिबान के कब्जे के बाद से अफगानिस्तान में IS के आतंकवादी बढ़कर 6,000 हुए

Neha Dani
29 July 2022 4:36 AM GMT
रूस ने अपनी रिपोर्ट में कहा- तालिबान के कब्जे के बाद से अफगानिस्तान में IS के आतंकवादी बढ़कर 6,000 हुए
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तालिबान का शासन अराजक, असंबद्ध और नीतियों को उलटने के लिए इच्छुक रहता है ।

अफगानिस्तान में पिछले साल तालिबान के सत्ता में आने के बाद से आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस)के सदस्यों की संख्या तीन गुना बढ़कर 6,000 हो गई है। रूसी विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी जमीर काबुलोव ने गुरुवार को एक कार्यक्रम में कहा, जहां तक हम समझते हैं, आइएस के सदस्यों की अनुमानित संख्या 6,000 तक पहुंच गई है। पिछले साल अगस्त में सत्ता में आने के बाद तालिबान ने आइएस के खिलाफ कड़े कदम उठाए। उस समय अफगानिस्तान में आइएस के सदस्यों की संख्या लगभग 2,000 थी यानी लगभग तीन गुना वृद्धि हुई है।


स्पुतनिक ने जमीर काबुलोव के हवाले से कहा, 'यह अफगान स्थिति के विकास का सबसे नकारात्मक पक्ष है, क्योंकि आईएस पहले की तरह, न केवल अफगानिस्तान बल्कि उसके पड़ोसियों को भी अस्थिर करने के लिए उग्र हो रखा है।'

पिछले साल अगस्त में तालिबान के सत्ता में आने के बाद से इस्लामिक समूह कई प्रांतों में आईएस से लड़ रहा है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि न तो आईएस और न ही अल-कायदा के 2023 से पहले अंतरराष्ट्रीय हमलों को जल्द से जल्द शुरू करने में सक्षम होने की उम्मीद है।

आइएस न केवल अफगानिस्तान, बल्कि उसके कई पड़ोसियों को भी अस्थिर करने में सक्रिय हो रखा है। आइएस की अफगान शाखा से जुड़े सशस्त्र समूहों ने अफगान शियाओं, सूफियों को निशाना बनाकर बम विस्फोट किए हैं, जिनमें सैकड़ों लोग हताहत हुए हैं।

विशेषज्ञों ने कहा 'अफगानिस्तान में बढ़ते आर्थिक और मानवीय संकट से निपटने के लिए, अफगानिस्तान अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली के साथ फिर से जुड़ने के लिए अंतरराष्ट्रीय मान्यता चाहता है।'

विशेषज्ञों ने इस रिपोर्ट से निष्कर्ष निकाला है कि 'हालांकि, कई कारणों ने आंदोलन के भीतर आंतरिक तनाव में योगदान दिया है, जिससे यह धारणा बन गई है कि तालिबान का शासन अराजक, असंबद्ध और नीतियों को उलटने के लिए इच्छुक रहता है ।

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