यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने दावा किया है कि रूस अब रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है. जेलेंस्की का दावा है कि पोर्ट सिटी मारियोपोल पर नए सिरे से अटैक के लिए अब रूसी सैनिक पूर्वी डोनबास इलाके में जमा होने लगे हैं.
बता दें कि रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की आशंका को लेकर अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य जेसन क्रो का कहना है कि हमारी तरफ से बहुत साफ है कि रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हम उन रिपोर्टों को गंभीरता से ले रहे हैं जिनमें रासायनिक पदार्थ के इस्तेमाल की बात कही जा रही है. मुझे पता है कि अमेरिकी सरकार समेत दूसरे देश यह जानने करने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या सचमुच में ऐसा हुआ था? बता दें कि यह यूक्रेनी सेना की एक रेजीमेंट ने यह दावा कर खलबली मचा दी है कि रूसी सेना ने पोर्ट सिटी मारियोपोल में एक जहरीला पदार्थ बरसाया था. रूसी ड्रोन से गिराए गए जहरीले पदार्थ की वजह से सैनिकों को सांस लेने में कठिनाई पैदा हुई थी.
वही यूक्रेन के सरकारी अधिकारियों ने दावा किया कि रूसी सैन्य हैकर्स ने पावर ग्रिड सिस्टम में सेंध लगाकर पिछले सप्ताह लाखों यूक्रेनियन को अंधेरे में डुबाने का प्रयास किया. यूक्रेनियन ने कहा कि रूसी हैकर्स एक टारगेट किए गए हाई-वोल्टेज पावर स्टेशन पर इंडस्ट्रियल कंट्रोल सिस्टम के हिस्से को भेदने और बाधित करने में सफल रहे, लेकिन स्टेशन की रक्षा में लगे लोग बिजली कटौती को रोकने में सक्षम थे. हालांकि, यूक्रेन के कितने सब-स्टेशनों को टारगेट बनाया गया? इसका खुलासा तो नहीं हुआ, लेकिन डिप्टी एनर्जी मिनिस्टर फरीद सफारोव ने बताया, अगर यह रूसी अटैक सफल रहा होता तो 20 लाख लोग बिजली की आपूर्ति के बिना परेशान हो जाते.