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रूस ने लॉन्च किया मानवरहित मालवाहक यान, ISS भेजा खाना और ईंधन

Gulabi
30 Jun 2021 12:43 PM GMT
रूस ने लॉन्च किया मानवरहित मालवाहक यान, ISS भेजा खाना और ईंधन
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ISS भेजा खाना और ईंधन

रूस (Russia) का एक मानव रहित मालवाहक यान अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र (International Space Station) को सामान की आपूर्ति करने के लिए बुधवार को प्रक्षेपित किया गया. कजाखस्तान के बैकोनूर में रूस के अंतरिक्ष केंद्र से सोयुज रॉकेट से प्रोग्रेस एमएस-17 का मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय समयानुसार रात 11 बजकर 27 मिनट पर प्रक्षेपण किया गया.

यह अंतरिक्ष केंद्र में मौजूदा सात अंतरिक्ष यात्रियों के लिए भोजन, ईंधन, उपकरण और अन्य सामान लेकर गया है. ये अंतरिक्ष यात्री नासा के अंतरिक्ष यात्री मार्क वांडे हेइ, शेन किमब्रॉघ और मेगन मैकआर्थर, रूस के ओलेग नोवित्स्की और प्योत्र दुबरोव, जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी के अंतरिक्ष यात्री अकिहिको होशिदे और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के अंतरिक्ष यात्री थॉमस पेस्क्वेट हैं.
1,633 किलोग्राम वजन के साथ हुआ रवाना
अंतरिक्ष में उड़ान भरने के बाद स्पेसक्राफ्ट 2 जुलाई को 1: 02 GMT बजे स्पेसस्टेशन में डॉकिंग से पहले दो दिन ऑर्बिट में बिताएगा. स्पेसक्राफ्ट पर 3,600 पाउंट से ज्यादा का वजन है यानी करीब 1,633 किलोग्राम जिसमें खाना, ईंधन और लेब सप्लाई जैसी चीजें शामिल है.
स्पेस स्टेशन में पहुंचने के बाद यह स्टेशन के रशियन सेगमेंट पर स्थित स्टेशन के पॉइस्क मॉड्यूल के साथ डॉक करेगा, जहां यह अगले पांच महीने बिताएगा.
बीते दिनों रूस की स्पेस एजेंसी रोसकोसमोस ने कहा था कि अगर अमेरिका ने उसके ऊपर लगाए अंतरिक्ष प्रतिबंध नहीं हटाए तो वो अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन से खुद को अलग कर लेगा. स्पेस एजेंसी के डायरेक्टर जनरल दिमित्रि रोगोजिन ने कहा कि या तो दोनों देश साथ काम करें जिसके लिए अमेरिका को रूस पर लगे प्रतिबंध हटाने होंगे या तो हम अलग हो जाएंगे और अपना खुद का अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करेंगे.
अमेरिकी प्रतिबंध से खफा रूस
अमेरिका और रूस के बीच ये जंग ट्रंप प्रशासन में शुरू हुई थी. ट्रंप प्रशासन ने कुछ रूसी कंपनियों पर रूसी सेना के साथ संबंध होने के चलते प्रतिबंध लगा दिया था. इस दौरान 42 अन्य रूसी और 58 चीनी कंपनियों को प्रतिबंध की श्रेणी में रखा गया था. बता दें कि चीन अंतरिक्ष में खुद का स्पेस स्टेशन स्थापित कर चुका है. साथ ही मंगल पर भी अपने रोवर सफलतापूर्वक लैंड करा चुका है. वहीं अमेरिकी स्पेस एजेंसी 2024 तक एक बार चांद पर इंसान को भेजने की तैयारी कर रही है.
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