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रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव समेत तमाम शहरों पर तेज किए हमले, चेर्नोबिल के बाद एक और न्यूक्लियर प्लांट पर कब्जे की कोशिश में रेड आर्मी

Renuka Sahu
27 Feb 2022 3:38 AM GMT
रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव समेत तमाम शहरों पर तेज किए हमले, चेर्नोबिल के बाद एक और न्यूक्लियर प्लांट पर कब्जे की कोशिश में रेड आर्मी
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फाइल फोटो 

यूक्रेन की राजधानी कीव समेत यूक्रेन के तमाम शहरों पर रूस ने अपने हमले तेज कर दिये हैं.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। यूक्रेन की राजधानी कीव समेत यूक्रेन के तमाम शहरों पर रूस ने अपने हमले तेज कर दिये हैं. चेर्नोबिल के प्लांट करने के बाद रूसी आर्मी अब एक और न्यूक्लियर प्लांट पर कब्जे की कोशिश में है. वहीं रूस ने बड़ी घोषणा करते हुये कहा कि अब यूक्रेन पर हमले और तेज किये जायेंगे. रूस अब यूक्रेन पर चारों तरफ से हमला करेगा. रूस ने कहा था कि उसने पहले कीव पर हमले धीमे कर दिये थे.

अमेरिकी अधिकारियों का मानना ​​​​है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन की सरकार को उखाड़ फेंकने और इसे अपने शासन के अधीन करने को दृढ़ हैं. रूस का दावा है कि यूक्रेन पर उसके हमले का उद्देश्य केवल सैन्य ठिकानों को निशाना बनाना है, लेकिन द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से यूरोप के सबसे बड़े जमीनी युद्ध के दौरान नागरिक मारे गए और घायल हुए हैं.
युद्ध के बीच हजारों लोगों ने छोड़ा अपना घर
वहीं संघर्ष के कारण यूक्रेन के हजारों लोग अपने घरों को छोड़कर चले गये हैं. संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने कहा कि यूक्रेन के 1,20,000 से अधिक लोग पोलैंड, मोल्दोवा और अन्य पड़ोसी देश चले गए हैं. यूक्रेन के बुनियादी ढांचा मंत्रालय ने कहा कि एक रूसी मिसाइल को शनिवार तड़के उस समय नष्ट कर दिया गया जब वह कीव को पानी उपलब्ध कराने वाले विशाल जलाशय के बांध की ओर बढ़ रही थी. हालांकि उनके इस दावे को सत्यापित नहीं किया जा सका है.
यूक्रेन के समुद्र तट पर भी रूसी नौसेना ने किया हमला
कीव के अलावा, रूसी हमलों का निशान यूक्रेन के समुद्र तट पर दिखाई दिया, जो पश्चिम में ओडेसा के काला सागर बंदरगाह से लेकर पूर्व में मारियुपोल के आजोव सागर बंदरगाह तक फैला हुआ है. यह हमला दुनिया का नया नक्शा खींचने और मास्को के शीतयुद्ध काल के प्रभाव को पुनर्जीवित करने के लिए पुतिन के प्रयास को रेखांकित करता है. इस आक्रमण को समाप्त करने के लिए नए अंतरराष्ट्रीय प्रयास शुरू हुए हैं, जिनमें पुतिन पर सीधे तौर पर प्रतिबंध भी शामिल हैं.
जेलेंस्की ने ठुकरा दी थी रूस से निकल जाने की सलाह
एक वरिष्ठ अमेरिकी खुफिया अधिकारी के अनुसार अमेरिकी प्रशासन की ओर से जेलेंस्की को कीव से निकल जाने की सलाह दी गयी है, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया है. अधिकारी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति को उद्धृत किया, ''युद्ध जारी है और उन्हें तोप-रोधी गोला-बारूद चाहिए न कि भाग निकलने की सलाह.'' इस बीच कीव के अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे कहीं पनाह ले लें. खिड़कियों से दूर रहें और उड़ते हुए मलबों एवं गोलियों से बचने के लिए सावधानी बरतें.
रूसी सेना ने यूक्रेन के मेलितोपोल शहर पर जताया अपना दावा
रूसी सेना ने शुक्रवार को दक्षिणी यूक्रेन के मेलितोपोल शहर पर अपना दावा करते हुए आगे बढ़ना जारी रखा. फिर भी, युद्ध में यह स्पष्ट नहीं था कि यूक्रेन का कितना हिस्सा अभी यूक्रेन के नियंत्रण में है और कितने हिस्से पर रूसी सेना ने कब्जा कर लिया है. यूक्रेन के अधिकारियों का दावा है कि अब तक की लड़ाई में सैकड़ों रूसी मारे गए हैं. रूसी अधिकारियों ने हताहत हुए लोगों का कोई आंकड़ा नहीं जारी किया है.
यूएस और सहयोगी देशों ने लगाये रूस पर प्रतिबंध
अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने बृहस्पतिवार को यूक्रेन पर आक्रमण के बाद रूस के खिलाफ कई प्रतिबंधों की घोषणा की. पश्चिमी देशों ने चार बड़े रूसी बैंकों की संपत्ति पर रोक लगाने, निर्यात नियंत्रण लागू करने और पुतिन के करीबी अधिकारियों, कारोबारियों पर पाबंदी लगाने का फैसला किया. पुतिन ने यूक्रेन के लिए अपनी अंतिम योजनाओं का खुलासा नहीं किया है.
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने संकेत देते हुए कहा कि हम यूक्रेन के लोगों को अपने भाग्य का निर्धारण करने देना चाहते हैं.'' पुतिन का दावा है कि पश्चिम नाटो के बारे में रूस की सुरक्षा चिंताओं को गंभीरता से लेने में विफल रहा है. यूक्रेन इसमें शामिल होना चाहता था. जेलेंस्की ने शुक्रवार को पुतिन की एक प्रमुख मांग पर बातचीत करने की पेशकश की कि यूक्रेन खुद को तटस्थ घोषित करे और नाटो में शामिल होने की अपनी महत्वाकांक्षा को छोड़ दे.
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