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रूस का दावा- यूक्रेन ने किया थर्मोबैरिक हथियार का इस्तेमाल

jantaserishta.com
1 March 2022 4:23 AM GMT
रूस का दावा- यूक्रेन ने किया थर्मोबैरिक हथियार का इस्तेमाल
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नई दिल्ली: यूक्रेन की राजदूत ओकसाना मार्कारोवा ने दावा किया है कि युद्ध के पांचवें दिन रूस ने यूक्रेन के ख‍िलाफ प्रतिबंधित थर्मोबैरिक हथियार (Thermobaric Weapon) का इस्तेमाल किया. थर्मोबैरिक हथियारों में पारंपरिक गोला-बारूद का उपयोग नहीं होता है. ये एक उच्च-दाब वाले विस्फोटक से भरे होते हैं. ये शक्तिशाली विस्फोट करने के लिए आसपास के वातावरण से ऑक्सीजन सोखते हैं.

यूक्रेन का दावा-रूस ने 7100 किलो वजन वाले वैक्यूम बॉम्ब से किया हमला
कीव. यूक्रेन के खिलाफ रूस (Ukraine War) के हमले लगातार छठे दिन जारी हैं. कीव और खरकीव में बमबारी हो रही है. इस बीच यूक्रेन में ओखतिर्का के मेयर ने चौंका देने वाला दावा किया है. उन्होंने रूस पर वैक्यूम बम (Vacuum Bomb) दागने का आरोप लगाया है. वैक्यूम बम न्यूक्लियर बम (Nuclear Bomb) के बाद सबसे ज्यादा खतरनाक होता है. इसे रूस ने इसे फादर ऑफ ऑल बम (Father of All Bomb) का भी नाम दिया है.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, युद्ध के पांचवें दिन रूस ने यूक्रेन के ख‍िलाफ प्रतिबंधित थर्मोबैरिक हथियार (Thermobaric Weapon) का इस्तेमाल किया. ओखतिर्का के मेयर ने कहा कि रूस ने सोमवार को वैक्यूम बम का इस्तेमाल किया जो कि जेनेवा कंवेंशन के तहत प्रतिबंधित है. थर्मोबैरिक हथियारों में पारंपरिक गोला-बारूद का उपयोग नहीं होता है. ये एक उच्च-दाब वाले विस्फोटक से भरे होते हैं. ये शक्तिशाली विस्फोट करने के लिए आसपास के वातावरण से ऑक्सीजन सोखते हैं.
थर्मोबेरिक बम की गिनती दुन‍िया के सबसे घातक परमाणु हथ‍ियार में की जाती है. इसे रूस ने 2007 में विकसित किया था. 7100 किलो वजन वाले इस बम का इस्‍तेमाल करने पर यह रास्‍ते में आने वाली बिल्डिंग और इंसानों को तबाह कर देता है. इसे एयरोसॉल बम के नाम से भी जाना जाता है. पोर्ट्समाउथ यूनिवर्सिटी के पीटर ली का कहना है कि रूस ने इस वैक्‍यूम बम का इस्‍तेमाल 2016 में सीरिया पर किया था. यह बेहद खतरनाक बम है.
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