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यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की इस युद्ध को रोकने के लिए सीजफायर की मांग को ठुकरा चुका है।
यूक्रेन ने उन खबरों का खंडन किया है जिसमें कहा जा रहा था कि उसने काला सागर में स्थित में रूस के हैडक्वार्टर पर हमला किया है। यूक्रेन ने साफ किया है कि उसने रूस के हैडक्वार्टर पर कोई ड्रोन हमला नहीं किया है। जिस जगह पर यूक्रेन के ड्रोन से हमला करने की बात कही जा रही थी वो क्रीमिया का हिस्सा है। इससे पहले रूस ने आरोप लगाया था कि यूक्रेन ने उसके काला सागर स्थित रूसी फ्लीट के हैडक्वार्टर पर ड्रोन हमला किया है, जिसमें छह कर्मचारी घायल हो गए हैं। ये दावा Sevestopol के गवर्नर ने ऐसे समय में किया है जब रूस नौसेना दिवस मना रहा है।
वर्ष 2018 में यही पर रूस ने Sevestopol में रूस ने नेवी डे सेलीब्रेशन किया था। क्रीमिया कभी यूक्रेन का ही हिस्सा था, लेकिन बाद में रूस ने इसको अपनी सीमा में मिला लिया था। । बता दें रूस और यूक्रेन की जंग छठे माह में प्रवेश कर गई है। इस जंग में यूक्रेन को जबरदस्त जान-माल का नुकसान उठाना पड़ा है। वहीं रूस को भी इसका नुकसान उठाना पड़ा है। यूक्रेन का कहना है कि इस जंग में रूस के 40 हजार जवानों की मौत हुई है। दूसरी तरफ अमेरिका की सीआईए एजेंसी का कहना है कि इस जंग में रूस के 14 हजार सैनिकों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है।
यूक्रेन के काला सागर में जिस ड्रोन हमले की बात कही जा रही है वहीं से ही यूक्रेन और रूस के बीच अनाज निर्यात के लिए सुरक्षित मार्ग देने के लिए पिछले दिनों एक समझौता हुआ था। गौरतलब है कि यूक्रेन का लाखों टन अनाज रूस के हमले की सूरत में बाहरी दुनिया में जाने से कट गया था। इसको देखते हुए ही ये समझौता किया गया था। इसमें संयुक्त राष्ट्र और तुर्की ने अहम भूमिका निभाई थी। आपको बता दें कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की इस युद्ध को रोकने के लिए सीजफायर की मांग को ठुकरा चुका है।
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