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रूसी प्राधिकारियों ने एक प्रमुख स्वतंत्र चुनाव निगरानी समूह को अपने विदेशी एजेंटों की सूची में शामिल किया है।
रूसी प्राधिकारियों ने एक प्रमुख स्वतंत्र चुनाव निगरानी समूह को अपने विदेशी एजेंटों की सूची में शामिल किया है। यह कदम सरकार की सितंबर में होने वाले संसदीय चुनाव के मद्देनजर स्वतंत्र मीडिया और कार्यकर्ताओं पर लगातार कार्रवाई का ही हिस्सा है। यह दूसरी बार है, जब रूस के अग्रणी चुनाव निगरानी समूह 'गोलोस' को विदेशी एजेंट की सूची में रखा गया है।
इस सूची में रखे जाने का अर्थ है कि वर्ष 2000 में स्थापित इस स्वतंत्र निगरानी समूह की और सख्त सरकारी जांच होगी। गोलोस के सह अध्यक्ष ग्रिगोरी मेलकोन्यांट्स ने फेसबुक पर एक बयान में कहा, हमें कोई शक नहीं कि मतदान से महज एक महीने पहले स्वतंत्र चुनाव पर्यवेक्षकों के सबसे बड़े समुदाय पर यह हमला रूसी नागरिकों को उस अधिकार से वंचित करने की कोशिश है जिसे सांविधानिक अदालत चुनाव नतीजों की जनता की मान्यता के तौर पर देखती है।
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