x
नई दिल्ली: यूक्रेन की संसद (Ukraine's parliament) और अन्य सरकारी और बैंकिंग वेबसाइटों पर एक बार फिर साइबर अटैक (Cyberattack) हुआ है. साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर्स ने कहा कि अज्ञात हमलावरों ने विनाशकारी मैलवेयर से सैकड़ों कंप्यूटरों को निशाने पर लिया. अधिकारियों ने लंबे समय से कहा है कि किसी भी रूसी सैन्य घुसपैठ के साथ या उससे पहले यूक्रेन पर साइबर अटैक हो सकता है. विश्लेषकों ने कहा कि ये घटनाएं दिखाती हैं कि रूस (Russia) किस तरह से दुनिया की आक्रामकता से निपटने के लिए साइबर अटैक (Cyberattack in Ukraine) का इस्तेमाल करता है. ये दो दशक रूसी प्लेबुक का हिस्सा है.
ESET रिसर्चर लैब्स ने कहा कि उसने बुधवार को यूक्रेन में सैकड़ों मशीनों पर मैलवेयर के एक नए डेटा-वाइपिंग पीस का पता लगाया. हालांकि, अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इस साइबर अटैक से कितने नेटवर्क प्रभावित हुए. ESET रिसर्च चीफ जीन-इयान बाउटिन ने कहा, मैलवेयर के वाइपिंग काम करने में सफल होने के बारे में हम सिर्फ इतना अनुमान लगा सकते हैं कि ऐसा वास्तव में हुआ है और प्रभावित मशीनों को वाइप किया गया है. उन्होंने पीड़ितों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए टारगेट का नाम उजागर नहीं किया. लेकिन उन्होंने कहा कि साइबर अटैक की चपेट में बड़े संगठन आए थे.
जीन-इयान बाउटिन ने कहा, ESET साइबर अटैक के लिए जिम्मेदार लोगों का पता नहीं लगा पाया है. लेकिन ये अटैक वर्तमान में यूक्रेन में चल रहे संकट से ही जुड़ा हुआ लग रहा है. 'सिस्टेमैटिक थ्रेट इंटेलिजेंस' के टेक्निकल डायरेक्टर विक्रम ठाकुर ने कहा, उनकी कंपनी ने तीन संगठनों का पता लगाया है, जो वाइपर मैलवेयर की चपेट में आई हैं. इसमें लातविया और लिथुआनिया में यूक्रेन सरकार के कॉन्ट्रैक्टर्स और यूक्रेन में मौजूद एक फाइनेंशियल संगठन शामिल हैं. ठाकुर ने कहा कि इन तीनों ही संगठनों के यूक्रेन की सरकार के साथ नजदीकी संबंध हैं. साथ ही उन्होंने इशारा किया कि ये हमले रैंडम तरीके से किए गए.
रूस के आक्रमण की बढ़ती आशंकाओं के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने शांति बनाए रखने की अपील की है. देश के नाम संबोधन में जेलेंस्की ने यह भी बताया कि उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को फोन करने की कोशिश की थी, लेकिन क्रेमलिन की ओर से कोई जवाब नहीं मिला. राष्ट्रपति ने बुधवार देर रात अपने संबोधन में रूस के उन दावों को खारिज कर दिया कि उनका देश रूस के लिए खतरा पैदा कर रहा है. उन्होंने कहा कि रूस के आक्रमण से लाखों जिंदगियां प्रभावित होंगी. जेलेंस्की ने कहा, यूक्रेन के लोग और यूक्रेन की सरकार शांति चाहती है, लेकिन अगर देश पर आक्रमण होता है तो हम भी लड़ेंगे.
jantaserishta.com
Next Story