x
न्यूज़ क्रेडिट: आजतक
नई दिल्ली: पाकिस्तान के लोकप्रिय टीवी होस्ट और सांसद रहे आमिर लियाकत की जिंदगी जितनी विवादों में रही, उनकी मौत भी उतनी ही चर्चा में है. लियाकत की मौत को लेकर लगातार कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. अब पाकिस्तान की एक अदालत ने आमिर लियाकत के शव का पोस्टमॉर्टम कराने का आदेश दिया है. इसके लिए लियाकत के शव को कब्र से बाहर निकाला जाएगा.
पिछले हफ्ते न्यायिक मजिस्ट्रेट (ईस्ट) ने अब्दुल अहद नाम के एक शख्स की याचिका पर आदेश जारी किया था. याचिका में कहा गया था कि आमिर लियाकत की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए उनके शव का पोस्टमार्टम जरूर किया जाना चाहिए. इसके बाद अदालत ने आमिर लियाकत का पोस्टमार्टम कराने का आदेश दिया. अदालत के इस फैसले की काफी आलोचना की जा रही है. कई पाकिस्तानी सेलिब्रिटीज इसका विरोध कर रहे हैं.
आमिर लियाकत के शव के पोस्टमॉर्टम का विरोध करने वालों में पाकिस्तानी अभिनेत्री उशना शाह भी हैं. उशना ने ट्वीट कर कहा, शव को कब्र से बाहर निकालने से उनके बच्चों को और पीड़ा ही होगी. वे पहले ही काफी कुछ झेल चुके हैं.
पाकिस्तान की दिग्गज अभिनेत्री बुशरा अंसारी ने भी अदालत के आदेश का विरोध किया. उन्होंने बाकायदा वीडियो पोस्ट कर लियाकत की मौत के लिए सोशल मीडिया ट्रोलिंग को जिम्मेदार ठहराया.
अंसारी ने ट्वीट कर कहा, सोशल मीडिया सबसे बड़ी बलाओं में से एक है. उन्होंने अदालत के आदेश के बारे में बात करते हुए कहा कि दुनिया से रुखसत हो चुके लोगों को अधिक अपमानित नहीं करना चाहिए. आमिर लियाकत के बच्चे कई मोर्चों पर जूझ रहे हैं और उन्हें अधिक यातना नहीं दी जानी चाहिए.
पाकिस्तान के टीवी होस्ट वसीम बादामी ने भी आमिर लियाकत का पोस्टमॉर्टम कराने के अदालत के आदेश पर चिंता जताई. बादामी ने ट्वीट कर कहा कि लियाकत को मजिस्ट्रेट के आदेश के बाद बिना ऑटोप्सी के दफनाया गया था. उनके बच्चों को और पीड़ा मत पहुंचाएं.
आमिर लियाकत की पहली बीवी सैयदा बुशरा इकबाल शुरुआत से ही उनके पोस्टमॉर्टम के खिलाफ थी लेकिन अब अदालत के फैसले के बाद वह दुविधा में हैं.
बुशरा इकबाल ने ट्वीट कर दिवंगत नेता लियाकत के पोस्टमॉर्टम को लेकर उनके प्रशंसकों से राय मांगी है. उन्होंने साथ में ट्वीट कर पोस्टमॉर्टम के लिए लियाकत के शव को कब्र से बाहर निकालने पर सवाल खड़े किए हैं.
उन्होंने लियाकत का पोस्टमॉर्टम कराने की मांग कर रहे लोगों से यह भी कहा है कि वह उस वक्त कहां थे, जब आमिर मुश्किल भरे दौर से गुजर रहे थे. बुशरा इकबाल ने कहा कि शरिया कानून शव की काट-छांट की मंजूरी नहीं देता.
बता दें कि आमिर लियाकत का 9 जून को निधन हो गया था. उनकी मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट बताई गई थी. उनकी मौत पर सिने जगत से लेकर नेताओं तक ने शोक जताया था. हालांकि, पुलिस ने उनकी संदेहास्पद मौत को लेकर पोस्टमॉर्टम कराने की बात कही थी लेकिन परिवार ने इससे इनकार कर दिया था.
लियाकत अपनी तीन असफल शादियों और तलाक को लेकर लगातार सुर्खियों में रहे थे. 49 साल के लियाकत की तीसरी बीवी दानिया शाह (18) ने उन पर गंभीर आरोप लगाकर इसी साल तलाक मांगा था. यह मामला अदालत में है. दोनों लगातार एक दूसरे पर आरोप लगाते रहे थे.
jantaserishta.com
Next Story