नासा ने अपने नए 'मून रॉकेट' के प्रक्षेपण की अंतिम तैयारियों के दौरान ईंधन के रिसाव तथा संभावित दरार का पता चलने के बाद इसे रोक दिया। इस ऐतिहासिक रॉकेट को सोमवार को लॉन्च होना था। हालांकि निर्धारित प्रक्षेपण में देरी का खतरा पैदा हो गया जिसके बाद इसे रोक दिया गया। नासा ने स्पेस लांच सिस्टम रॉकेट में करीब 10 लाख गैलन हाइड्रोजन और ऑक्सीजन भरने की प्रक्रिया को रिसाव के कारण बार-बार रोका और शुरू किया।
फ्लोरिडा केनेडी अंतरिक्ष केंद्र के पास आंधी-तूफान के कारण ईंधन भरने की प्रक्रिया करीब एक घंटे देरी से चल रही है। रिसाव उसी जगह दिखाई दिया जहां पहले भी ड्रेस रिहर्सल के दौरान सीपेज दिखाई दिया था। नासा के अधिकारियों ने कहा कि बाद में एक महत्वपूर्ण हिस्से में दरार या कुछ अन्य खामी दिखाई दी। इंजीनियरों ने इसका अध्ययन शुरू कर दिया है।
कार्यक्रम के अनुसार रॉकेट को चंद्रमा की कक्षा में चालक दल के साथ एक कैप्सूल स्थापित करने के मिशन पर उड़ान भरनी है। यह प्रक्षेपण 50 साल पहले अपोलो कार्यक्रम के समाप्त होने के बाद से पहली बार चंद्रमा की सतह पर अंतरिक्ष यात्रियों को उतारने के अमेरिका के प्रयास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जा रहा है।