विश्व

चीन को ऋषि सुनक ने बताया 'नंबर वन खतरा', बोले- ब्रिटेन का पीएम बनने पर लूंगा सख्त एक्शन

Renuka Sahu
25 July 2022 2:36 AM GMT
Rishi Sunak told China the number one danger, said - I will take strict action on becoming the PM of Britain
x

फाइल फोटो 

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद की रेस में शामिल ऋषि सुनक ने चीन पर सख्त होने का वादा किया है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद की रेस में शामिल ऋषि सुनक ने चीन पर सख्त होने का वादा किया है। रविवार को उन्होंने एशियाई महाशक्ति को घरेलू और वैश्विक सुरक्षा के लिए 'नंबर वन खतरा' बताया। दरअसल, सत्तारूढ़ कंजरवेटिव पार्टी की लिज ट्रस ने उन पर चीन और रूस पर कमजोर होने का आरोप लगाया था। इसके जवाब में सुनक का यह बयान आया है।

इससे पहले चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने सुनक को ब्रिटेन-चीन संबंधों को विकसित करने पर एक स्पष्ट और व्यावहारिक दृष्टिकोण रखने वाला उम्मीदवार बताया था। ऐसे में सुनक का हालिया बयान चीनी प्रशासन के लिए भी झटके से कम नहीं है।
सुनक बोले- चीन हमारी तकनीक चुरा रहा
सुनक ने दावा किया कि चीन 'हमारी तकनीक' चुरा रहा है और हमारे विश्वविद्यालयों में घुसपैठ कर रहा है। साथ ही चीन रूसी तेल खरीदकर विदेश में व्लादिमीर पुतिन को बढ़ावा दे रहा है। इसके अलावा ताइवान सहित पड़ोसियों को धमकाने के प्रयास में भी लगा हुआ है। उन्होंने चीन की वैश्विक बेल्ट एंड रोड योजना पर अपमानजनक ऋण के जरिए विकासशील देशों को दबाने का आरोप लगाया।
चीनी जासूसी से निपटने का निकालेंगे रास्ता: सुनक
प्रधानमंत्री की दौड़ में शामिल सुनक ने कहा, "हम अपनी यूनिवर्सिटीज से चीनी कम्युनिस्ट पार्टी को बाहर निकाल देंगे। साथ ही उच्च शिक्षा प्रतिष्ठानों को मिलने वाली £50,000 ($60,000) से अधिक की विदेशी फंडिंग का पता लगाएंगे। ब्रिटेन की घरेलू जासूसी एजेंसी MI5 का इस्तेमाल चीनी जासूसी से निपटने में मदद के लिए किया जाएगा। साइबर स्पेस में चीनी खतरों से निपटने के लिए नाटो-स्टाइल में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का प्रयास करेंगे।"
'जो व्यवस्था चल रही है, वह काम नहीं कर रही'
इससे पहले शनिवार को सुनक ने वादा किया कि अगर वह प्रधानमंत्री चुने जाते हैं तो पहले दिन से ही ब्रिटेन के सकंट से निपटने के लिए काम शुरू कर देंगे। ब्रिटेन के 42 वर्षीय पूर्व चांसलर ने कहा कि जो चल रहा है उसे चलने देने का रुख देश के सामने मौजूद गंभीर आर्थिक चुनौती से निपटने के लिए कारगर नहीं होगा। उन्होंने कहा, ''सरकार के भीतर रहने की वजह से मेरा मानना है कि जो व्यवस्था चल रही है वह काम नहीं कर रही, जैसा की उसे करना चाहिए। मैं जिन चुनौतियों की बात कर रहा हूं वे कल्पना नहीं है।''
Next Story