दिल्ली : 17 वर्षीय नाबालिग लड़के नाहेल को गोली मारे जाने के बाद से ही पूरे फ्रांस में हिंसा देखने को मिल रही है. फ्रांस की राजधानी पेरिस समेत कई अहम शहरों में हंगामा मचा हुआ है. कहीं आगजनी की जा रही है तो कहीं शोरूम्स और दुकानों को लूटा जा रहा है. हिंसा रोकने के लिए फ्रांस गवर्नमेंट ने 45 हजार पुलिस ऑफिसरों की तैनाती की है. इस हिंसा की चर्चा पूरे विश्व में हो रही है. लेकिन क्या आपको पता है यह हिंसा क्यों भड़की थी. दरअसल नाहेल नाम का एक पुरुष जो कि डिलिवरी ब्वॉय का काम करता था, उसके गाड़ी को ट्रैफिक चेकिंग के दौरान रुकने को बोला गया. इस पर नाहेल नहीं रुका और अपनी कार को आगे बढ़ा दी. पुलिस को नाहेल संदिग्ध लगा जिसके बाद पुलिस ने नाहेल को गोली मार दी. इस घटना में नाहेल की मृत्यु हो गई थी.
कौन था नाहेल?
नाहेल अपने माता-पिता की इकलौती संतान था. वह बतौर डिलीवरी ब्वॉय काम करता था. साथ ही वह रग्बी लीग भी खेल चुका है. वह इलेक्ट्रिशियन बनने के लिए जिस जगह पर रहता था, उसके करीब ही एक कॉलेज में उसका एडमिशन कराया गया था. अहम बात यह है कि वह अल्जीरियाई मूल का फ्रांसीसी नागरिक था. वह अपना मां मौनिया के साथ रहता था. कॉलेज में उसकी अटेंडेंस खराब थी लेकिन उसपर किसी प्रकार के आपराधिक मुद्दे दर्ज नहीं थे. नाहेल ने अपने पिछले तीन वर्ष पाइरेट्स ऑफ नैनटेरे रग्बी क्लब के लिए खेला.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वह अपने इलाकों के बच्चों को स्पोर्ट्स के प्रति मोटिवेट करने का काम करता था. नाहेल को लोग उसके फिट रहने और स्पोर्ट्स के प्रति जज्बे के लिए भी जानते हैं. नाहेल की मां ने मीडिया से बात करते हुए बोला कि वह अपने बेटे की मर्डर के लिए सभी पुलिसवालों को दोषी नहीं मानती है. वह सिर्फ उस आदमी को दोषी मानती है जिसने नाहेल की जान ली. नाहेल की मां मौनिया ने बताया कि मेरे कई दोस्त पुलिस अधिकारी है. वे पूरे दिल से इस घटनाक्रम में मेरे साथ हैं. पुलिस का इस मुद्दे पर बोलना है कि नाहेल के पास गाड़ी चलाने का लाइसेंस नहीं था. साथ ही जब उसे रुकने को बोला गया तो उसने पुलिसवालों पर वाहन चढ़ाने का कोशिश किया. इस घटना में गोली लगने के बाद नाहेल की मृत्यु हो गई जिसके बाद से पूरा फ्रांस दंगे की आग में जल रहा है.