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जिससे देश में या तो उनके खिलाफ धरना प्रदर्शन हो सकता है या 1979 में ईरान जैसा धर्मगुरुओं के नेतृत्व में क्रांति.
सऊदी अरब (Saudi Arabia) के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (Mohammed bin Salman) के खिलाफ बगावत हो सकती है. किंगडम के लोगों के बीच क्राउन प्रिंस को लेकर खासा नाराजगी है. सऊदी अरब के धर्मगुरु सलमान से नाराज चल रहे हैं. इसके अलावा, प्रिंस सलमान के परिवार में भी मतभेद चल रहे हैं. यही वजह है कि दो क्राउन प्रिंस अभी भी जेल में हैं. दरअसल, क्राउन प्रिंस सऊदी अरब (Saudi Arabia News) को आधुनिक बनाना चाहते हैं. लेकिन उनकी पहचान एक तानाशाह के रूप में होती है, क्योंकि वो देश के फैसले बिना समन्वय बनाए हुए ले रहे हैं.
क्राउन प्रिंस के आदेश पर ही किंगडम और शाही परिवार के आलोचक रहे पत्रकार जमाल खाशोगजी की हत्या की गई. तुर्की के इस्तांबुल शहर में स्थित सऊदी दूतावास में पत्रकार को मौत के घाट उतार दिया गया. खाशोगजी की हत्या इसलिए की गई, क्योंकि उन्होंने क्राउन प्रिंस सलमान की अंतरराष्ट्रीय मंचों पर निंदा की थी. वहीं, मोहम्मद बिन सलमान अपने देश में मौलाना पॉलिटिक्स को किनारे करना चाहते हैं. लेकिन साथ ही उनकी कोशिश है उनका एक छत्र राज चलता रहे. इसको लेकर किंगडम में कई राजनैतिक और धार्मिक पहल एक साथ हो रही हैं, जिससे देश में या तो उनके खिलाफ धरना प्रदर्शन हो सकता है या 1979 में ईरान जैसा धर्मगुरुओं के नेतृत्व में क्रांति.
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